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हाइकोर्ट मोड़ से एएन कॉलेज तक पार्किंग जोन हाल आरटीइ कोटे का स्कूलवालों ने जो कह दिया, शिक्षा विभाग ने उसे मान लिया पटना : शिक्षा के अधिकार के तहत अब तक 85 स्कूलों द्वारा 1169 बच्चों का नामांकन लिया गया है. यह रिपोर्ट स्कूलों के स्तर पर जारी की गयी है. लेकिन, इस रिपोर्ट […]
हाइकोर्ट मोड़ से एएन कॉलेज तक पार्किंग जोन
हाल आरटीइ कोटे का स्कूलवालों ने जो कह दिया, शिक्षा विभाग ने उसे मान लिया
पटना : शिक्षा के अधिकार के तहत अब तक 85 स्कूलों द्वारा 1169 बच्चों का नामांकन लिया गया है. यह रिपोर्ट स्कूलों के स्तर पर जारी की गयी है. लेकिन, इस रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है, इसका सही-सही अंदाजा लगाना मुश्किल है.
दरअसल अब तक विभाग द्वारा इन स्कूलों द्वारा नामांकन रिपोर्ट की न तो जांच की गयी है और न ही किसी प्रकार की कोई कार्रवाई की व्यवस्था ही है. इसकी वजह से स्कूल अपने तरीके से नामांकन रिपोर्ट बना पेश कर रहे हैं. स्कूल प्रशासन को जैसा मन करता है वैसा िरपोर्ट देते हैं.
बिना जांच जारी की जाती राशि
आरटीइ के तहत लिये गये नामांकन की कोई जांच व्यवस्था नहीं होने से स्कूल मनमाने तरीके से नामांकन लेते हैं. जबकि, नियमत: इन स्कूलों की पहले जांच की जानी चाहिए. इतना ही नहीं, स्कूलों को तब तक राशि नहीं दी जानी है, जब तक कि वे उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं जमा कराते हैं. किंतु हकीकत यही है कि शिक्षा विभाग की ओर से न तो स्कूलों की जांच की जाती है और न कोई कार्रवाई.
स्कूल प्रशासन करते हैं फर्जीवाड़ा
बाल सरंक्षण आयोग की मानें, तो निजी स्कूलों द्वारा 15 फीसदी सीटों पर नामांकन गलत तरीके से लिया जा रहा है. स्कूल स्टाफ के बच्चों का नामांकन लेकर स्कूल कागजी खानापूर्ति कर रहा है. कई बार स्कूल यह कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं कि अब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं. वहीं स्कूल कागजी नामांकन पर सरकार द्वारा प्रतिवर्ष प्रति बच्चा 4311 रुपये भी वसूले जा रहे हैं.
308 में से मात्र 85 स्कूलों ने लिया नामांकन
शिक्षा के अधिकार के तहत अब तक कुल 308 स्कूलों का निबंधन किया गया है. इन स्कूलों में मात्र 85 स्कूलों द्वारा ही नामांकन रिपोर्ट भेजा गया है. शेष 223 स्कूलों द्वारा एक भी बच्चों का नामांकन नहीं लिया गया है, जबकि सभी निबंधित स्कूलों को 25 फीसदी सीटों पर नामांकन लिया जाना है.
चलेगा जागरूकता अभियान
शिक्षा के अधिकार के प्रति अभिभावक जागरूक नहीं हैं. आरटीइ कोटे के तहत लिये जानेवाले नामांकन को लेकर अभिभावकों को जागरूक किया जायेगा. स्कूल या बच्चों द्वारा मिली शिकायत पर जांच की जाती है. साथ ही चुनाव बाद जल्द ही इन स्कूलों की जांच करायी जायेगी. इससे निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर बच्चों का नामांकन हो सकेगा.
– राम सागर सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान
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