चुनावी तैयारी में जुटा जदयू ने उम्मीदवार की तलाश के लिए तीन का फॉमरूला इजाद किया है. तीन सवाल और उस पर आयी राय को पार्टी विधानसभा चुनाव में तवज्जो देगी. उम्मीदवार तलाशने में जमीनी कार्यकर्ताओं की राय लेकर जदयू बाहरी उम्मीदवार थोपे जाने की आम शिकायत को इस बार दूर कर देना चाहता है. वहीं, कार्यकर्ताओं के बहाने टिकट चाहने वालों की जमीनी ताकत जानने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है.
इसके तहत इस बार पार्टी नेतृत्व ने उम्मीदवार खोज की जिम्मेवारी जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं को सौंप दी है. गुरुवार को सभी 38 जिलों से आये प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक खत्म हो गयी. चार दिनों तक चली इस बैठक में पार्टी ने कार्यकर्ताओं की राय से सभी क्षेत्र के लिए संभावित उम्मीदवारों के तीन-तीन नाम जुटा लिये. सात सकरुलर रोड स्थित सीएम आवास पर आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं से एक निर्वाचन क्षेत्र के तीन सशक्त दावेदारों के नाम देने को कहा गया.
कार्यकर्ताओं के बीच से आये नामों पर पार्टी नेतृत्व गौर करेगा और सीटों के बंटवारे में इसे आधार भी बनायेगा. बैठक में कार्यकर्ताओं से उनके जिले में तीन स्टार प्रचारक और प्रवक्ताओं के नाम सुझाने को कहा गया. साथ ही विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनाधार बढ़ाने के उदेश्य से अमल की जानेवाली योजनाओं के नाम बताने की राय मांग गयी है. बैठक में जदयू के जिला-प्रखंड से करीब 15 पदाधिकारी, जिनमें संबंधित जिला के मंत्री, विधायक व विधान पार्षद भी शामिल हुए.
पार्टी ने जिला स्तर पर अभियान समिति बनायी है. इसमें पार्टी के नेता व पदाधिकारी ही विधानसभा वार तीन-तीन सशक्त लोगों का चयन करेंगे. इस सिलसिले में मंगलवार को आठ व बुधवार को 12 और गुरुवार को 18 जिलों से आये कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. विधानसभा की 243 सीटों में जदयू 2010 के चुनाव में 118 सीटों पर विजयी हुआ था. राजद , कांग्रेस और राकांपा के साथ संभावित सीटों के बंटवारे में पार्टी कम से कम अपनी सभी सीटिंग सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मन बना रही है.