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नीतीश राज में महादलित सुरक्षित नहीं : रामेश्वर
पटना : नीतीश राज में महादलित सुरक्षित नहीं हैं. न्याय के साथ विकास का शासन, महा दलितों का सशक्तीकरण और अंतरजातीय शादियों को बढ़ावा देने का दंभ भरने वाले नीतीश-राज में अंतरजातीय शादी करने वाले जोड़े और महादलित कहीं से सुरक्षित नहीं है. नीतीश सरकार पर उक्त आरोप शनिवार को भाकपा माले के पूर्व सांसद […]
पटना : नीतीश राज में महादलित सुरक्षित नहीं हैं. न्याय के साथ विकास का शासन, महा दलितों का सशक्तीकरण और अंतरजातीय शादियों को बढ़ावा देने का दंभ भरने वाले नीतीश-राज में अंतरजातीय शादी करने वाले जोड़े और महादलित कहीं से सुरक्षित नहीं है. नीतीश सरकार पर उक्त आरोप शनिवार को भाकपा माले के पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने लगाया है.
पटना में उन्होंने खगड़िया-परबत्ता के नया गांव में तांती समाज की महिला, पुरुष और बच्चों हुए हमले की जांच कराने की मांग की. परबत्ता बंद के दौरान माले कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बर्बर लाठी चार्ज किया है. नया गांव की घटना को ले कर माले ने अपनी जांच टीम भेजी थी.
ताती समाज के लोगों ने दूसरे गांव में शरण ले रखी है. बगल के गांव में शरण ले रखे ग्रामीणों को राहत के नाम पर महज घटिया किस्म का चावल-गेहूं भर दिया गया है. उन्होंने अंतरजातीय विवाह करने वाली जोड़ी को सरकारी नौकरी व सुरक्षा देने, नया गांव की घटना की जांच कराने, पीड़ित परिवारों के पुनर्वास का प्रबंध कराने और पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की सरकार से मांग की है.
शनिवार की घटना के विरोध में चार अगस्त को माले व एपवा हर जिले में प्रतिवाद निकालेगा और तीन अगस्त की खगड़िया डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेगा. संवाददाता सम्मेलन में एपवा की महा सचिव मीना तिवारी भी मौजूद थी.
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