– प्रभातरंजन –
90 अपार्टमेंटों की जांच पूरी, निगरानी वाददर्ज
पटना : नगर निगम ने राजधानी के तीन अंचलों (नूतन राजधानी, बांकीपुर व कंकड़बाग) के अपार्टमेंटों की जांच पूरी कर ली है. इस दौरान जांच दल ने 90 अपार्टमेंटों के खिलाफ निगरानी वाद दर्ज किया है. इनमें नूतन राजधानी अंचल के 27, बांकीपुर के 43 व कंकड़बाग के 20 अपार्टमेंट शामिल हैं.
इन सभी पर नक्शे के विरुद्ध या बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर निर्माण करने का आरोप है. कई इलाकों में आवासीय नक्शे पर व्यावसायिक अपार्टमेंट खड़ा करने का भी मामला प्रकाश में आया है.
नक्शे में किया हेरफेर
एसके पुरी स्थित एचडीएफसी बैंक के भूखंड की नापी करने पहुंचे जांच दल के सामने अपार्टमेंट निर्माता के प्रतिनिधि ने जो नक्शा पेश किया, वह नगर निगम द्वारा वर्ष 2009 में बेसमेंट के साथ जी+6 फ्लोर का पास था. इसके भू–स्वामी का नाम गोविंद मोहन मिश्र, पिता पंडित गिरिंद्र मोहन मिश्र था, लेकिन नक्शा की स्वीकृति गुणोश्वर मोहन मिश्र, गजेंद्र मोहन मिश्र व नीरेंद्र मोहन मिश्र पिता स्व जीएम मिश्र के नाम से ली गयी थी.
साथ ही रकबा से अधिक निर्माण कार्य किया गया. वहीं, एसके पुरी के भूखंड संख्या 134बी के स्थल निरीक्षण के दौरान भी निर्माण कार्य में अनियमितता पायी गयी. निगम ने इस भूखंड पर पारिवारिक व्यवहार के लिए निर्माण की स्वीकृति दी थी, जबकि वहां अपार्टमेंट खड़ा कर दिया गया था. कुल मिला कर यही स्थिति किदवईपुरी, न्यू पुनाईचक, कृष्णा नगर आदि की भी है. इन मुहल्लों में निगम ने 27 अपार्टमेंटों पर निगरानीवाद का केस दर्ज किया है.
मेयर ने करवायी नापी
एसके पुरी भूखंड संख्या 14/डी, जिसके भू–स्वामी सुरेंद्र बहादुर सिंह व नरेंद्र बहादुर सिंह है, पर बुद्धा इन होटल का निर्माण हो रहा है. 21 सितंबर को जब निगम के अभियंता होटल की नापी करने पहुंचे, तो प्रबंधक संतोष झा ने नापी कराने से इनकार कर दिया. इसके बाद कार्यपालक पदाधिकारी ने 23 सितंबर को नापी करने का नोटिस दिया. इस नोटिस के अनुरूप जांच दल बुद्धा इन होटल पहुंचा, तो मेयर अफजल इमाम व मोकामा विधायक अनंत सिंह वहां पहले से मौजूद थे.
उनकी निगरानी में जांच दल ने नापी की प्रक्रिया पूरी की. इस होटल का निर्माण कम चौड़ी सड़क पर किया जा रहा है. साथ ही निगम से एनओसी लिये बिना छठे तल्ले का निर्माण किया जा रहा है. निगम ने इस पर निगरानीवाद का केस दर्ज किया है.