पटना: जाली स्टांप के साथ पकड़े गये सभी जालसाजों को जेल भेज दिया गया. इनमें से तीन रंजीत कुमार (हनुमान नगर, अभय अपार्टमेंट), उसके साले श्याम कुमार व बबलू कुमार को रिमांड पर लिया जायेगा. इसके लिए पुलिस ने कोर्ट से अनुरोध किया है. नेटवर्क का खुलासा करने के लिए पुलिस इन तीनों को रिमांड पर लेगी. इस मामले का मास्टर माइंड रंजीत ही है. वही इस गोरखधंधे को बिहार में संचालित कर रहा था. पकड़े जाने के बाद पुलिस ने सबसे काफी पूछताछ भी की, लेकिन कई सवाल अब भी अनसुलझें हैं.
कई राज्यों में जायेगी पुलिस टीम
इन जालसाजों से पूछताछ के बाद पुलिस को यह जानकारी मिली है कि गिरोह का संचालन ओड़िशा व यूपी से किया जाता है. साथ ही इसका नेटवर्क अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है. इस संबंध में कुछ नामों का भी इन जालसाजों ने खुलासा किया है, जिनके संबंध में पुलिस ने उस राज्यों की पुलिस को जानकारी दे दी है. इसके साथ ही उन लोगों को पकड़ने व पूछताछ करने के लिए पुलिस की चार टीमें अलग-अलग राज्यों में जायेंगी. यूपी के एक व्यक्ति के संबंध में पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई है कि वही गिरोह का मुख्य सरगना है.
एसएमएस से मिले अहम सुराग
जालसाजों के मोबाइल फोन से पुलिस को इस नेटवर्क में शामिल कई लोगों के नामों की जानकारी हुई है. पुलिस ने जब इनके मोबाइल को खंगालना शुरू किया, तो उनमें कई एसएमएस थे, जिसमें लाखों के स्टांप के ऑर्डर किये गये थे. पुलिस उन नंबरों के आधार पर सत्यापन कर इस धंधे से जुड़े देश भर के नाम व पता की जानकारी ले रही है. ये एसएमएस देश के आधा दर्जन से अधिक राज्यों के मोबाइल नंबर से किये गये थे. डीआइजी सुनील कुमार ने बताया कि जाली स्टांप के मामले में पकड़े गये लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी और उनके नेटवर्क की जानकारी ली जायेगी.