पटना: बैंक की परीक्षा में फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड संजीव कुमार वर्मा इन दिनों उम्मीदवारों से पैसे के बदले जमीन भी लिखवाने लगा था. इंस्टीट्यूट फॉर बैकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आइबीपीएस) द्वारा आयोजित होनेवाली बैंक परीक्षाओं में टीसीएस द्वारा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाता है. जब सीबीआइ ने छापेमारी के पहले जांच शुरू की, तो पता चला कि पहले चुने गये कई उम्मीदवारों से संबंधित सॉफ्ट कॉपी नष्ट की जा चुकी है. इसके बाद सीबीआइ ने परीक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को खंगालना शुरू किया.
हेलमेट पहन निकल भागा
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि मास्टर माइंड संजीव के संदलपुर स्थित घर पर जब छापेमारी की गयी, तो वह सिर पर हेलमेट पहन कर निकल भागा. सीबीआइ के अधिकारी देखते रह गये. उसके घर से मिले कंप्यूटर में संजीव तेल्हाड़ा नाम से फोल्डर मिला है, जिसमें फर्जीवाड़े से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं.
बदलता था फोटो
स्कॉलर को परीक्षा में बैठाने के लिए संजीव अगमकुआं स्थित एक कंप्यूटर लैब का इस्तेमाल करता था. वर्ष 2010 से वह इस कंप्यूटर लैब में फर्जी तरीके से फोटो का मिलान करने व परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भरने का काम कर रहा था. सीबीआइ सूत्रों के अनुसार इसके पहले वह दूसरे स्थानों से गिरोह को संचालित करता था.
कई नये पीओ घेरे में
सीबीआइ सूत्रों के अनुसार, इस फर्जीवाड़े में एक सफेदपोश सहित एक दर्जन नवनियुक्त पीओ शामिल हैं. सभी नवनियुक्त पीओ के बैंकों से संपर्क किया जा रहा है. उन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जायेगा. इनमें से कई बैंक ऑफिसर स्कॉलर के रूप में प्रयोग किये जा रहे थे.