पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को केंद्र सरकार से मिल रही सौगात नहीं दिख रही है. यह उनकी लालू प्रसाद से दोस्ती का असर है. जिन्हें विकास से छत्तीस का रिश्ता है. बिहार के लिए 50 हजार करोड़ की सड़क परियोजना व गांधी सेतु के समानांतर गंगा नदी पर एक और पुल के निर्माण की घोषणा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की है. एक साल में मोदी सरकार ने बिहार के लिए इतना कुछ किया है, जितना यूपीए सरकार दस साल में भी नहीं कर पायी थी.
मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि यूपीए सरकार के जिस वित मंत्री को सदाकत आश्रम तक छोड़ने गये थे, उनसे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज क्यों नहीं दिया? कांग्रेस और राजद के सहयोग से सरकार चला रहे नीतीश कुमार मढ़ौरा और मधेपुरा के लोकोमोटिव कारखाना को क्यों नहीं चालू करा सके? बरौनी खाद कारखाना क्यों नहीं चालू हुआ और बांका में अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट लगाने की प्रारंभिक कार्रवाई भी क्यों नहीं पूरी हो सकी?
जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइपलाइन का काम आगे क्यों नहीं बढ़ा? रेलवे के मेगा पुल परियोजनाओं का काम विगत दस साल में भी पूरा क्यों नहीं हो पाया? उन्होंने कहा कि बिहार का विकास केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के गांधी मैदान में बिहारवासियों से जितने भी वायदे किये थे, वे सब एक-एक कर पूरे कर रहे हैं. नीतीश कुमार केंद्र सरकार पर उंगली उठाने से पहले अपनी सरकार के दो साल की उपलब्धियों को बताएं.
बिहार की पूरी मदद कर रही केंद्र सरकार: नंद किशोर यादव
पटना. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि केंद्र की सरकार बिहार को पूरी मदद कर रही है. जदयू, राजद और कांग्रेस पार्टियां सूबे के विकास में अवरोध नहीं खड़ा करें. केंद्र सरकार राजनीति को अलग रख कर बिहार के विकास के लिए काम कर रही है. वहीं दूसरी पार्टियां विकास प्रक्रिया बाधित करने में जुटी हैं. ये दल इतने हताश हैं कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेल्फी खिंचाने तक पर बयानबाजी कर रहे हैं. बेगूसराय के दौरे से वापस लौटने के बाद यादव ने कहा कि महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत और वैकल्पिक पुल के निर्माण को लेकर जदयू सुप्रीमो लगातार सिर्फ बयान दे रहे थे. न खुद काम कर पा रहे थे, न केंद्र सरकार को काम करने दे रहे थे.
बिहार की जनता के हित में केंद्र सरकार ने उसकी मरम्मत के लिए 2800 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की. बिहार में सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण के लिए पचास हजार करोड़ रुपये का एलान किया गया है. उन्होंने कहा कि चुनाव में जो भी पार्टी उतरती है, वह पहले अपनी उपलब्धियां जनता के सामने रखती है, फिर विरोधी पार्टी की नाकामियां गिनाती हैं, लेकिन जदयू, राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियां दिन-रात सिर्फ केंद्र की उपलब्धियों को नकारती नजर आती है.
केंद्र ने दी एक लाख करोड़ की योजनाएं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि ऐतिहासिक जनादेश से बनी केंद्र की नरेंन्द्र मोदी की सरकार ने बिहार की विकास के लिए एक लाख करो रुपये से अधिक की योजनाएं दी है. वहीं बिहार में नीतीश कुमार की सरकार विकास के मामले में ठप पड़ गयी है. नीतीश कुमार पहले बिहार को पटरी पर लायें. पांडेय ने कहा कि एक साल के शासन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास से संबंधित योजनाओं के लिए एक लाख करोड़ रुपये से अधिक योजनाएं बनायी हैं, स्वीकृति दी और राशि का आवंटन किया है.
एनडीए व भाजपा के नेताओं ने केंद्र सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर जनता के बीच हिसाब दिया है. नमो की सरकार ने देश और बिहार के लिए क्या किया और आगे क्या करने जा रही है. जहां तक बिहार की बात है तो एक साल के भीतर केंद्र सरकार ने इतनी सौगात दी कि बिहारवासी प्रसन्न हैं. अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग मिले उपहारों से नागरिक भाव विभोर हैं. पांडेय ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री कुमार से जानना चाहती है कि दो वर्ष की जदयू सरकार का हिसाब देने से वे क्यों घबड़ा रही है.