पटना: बालू घाट पर वर्चस्व को लेकर गैंगवार जारी है. अपराधियों ने बुधवार को विनोद महतो को भी गोली मार दी. उसे पीएमसीएच में भरती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी. उस पर लूट, आर्म्स एक्ट, रंगदारी व हत्या के चार अलग-अलग मामले दर्ज थे. विनोद के पिता रामकृष्ण महतो (खाजा गली, दुजरा) ने इस मामले में सुमन सिंह (गोसाइ टोला) एवं अखिलेश राय (दुजरा) को नामजद अभियुक्त बनाया है. पिता के बयान के आधार पर पुलिस ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
कभी मित्र थे सुमन, अखिलेश व विनोद : लोथा गोप, शंकर राय, अखिलेश राय, सुमन सिंह, विनोद महतो, बिरजू राय, राकेश एक जमाने में मित्र थे. लेकिन, बालू घाट को लेकर इन लोगों के बीच दुश्मनी हो गयी. इसके बाद सुमन व अखिलेश तथा शंकर व लोथा गोप ने अलग-अलग गुट बना लिया. विनोद दूसरे गुट में लोथा गोप के साथ था. आपसी वर्चस्व को लेकर बीते दिनों बिरजू राय, राकेश की हत्या कर दी गयी थी. बिरजू की हत्या इसी साल 20 मार्च को उसके घर से कुछ दूरी पर इंदिरानगर में गोली मार कर कर दी गयी थी. बिरजू भी अपराधी प्रवृत्ति का था.
वह सुमन व अखिलेश गुट का था. इसकी हत्या में लोथा गोप व शंकर का नाम सामने आया था. इसके बाद एक अप्रैल को पहलवान घाट पर मनोज साव की गल्ला दुकान पर कुछ अपराधियों ने बमबाजी की थी. इस मामले में दो अपराधी जेल भेजे गये थे. लोथा गोप व शंकर राय का नाम इस मामले में सामने आया था. दो माह पहले ही पुलिस ने शंकर राय को पकड़ कर जेल भेजा था, वहीं लोथा गोप पहले से जेल में बंद है. अब विनोद की हत्या में भी सुमन सिंह व अखिलेश राय का नाम सामने आया है.