पटना: बिहार के किसान मेहनती व प्रयोगवादी हैं. श्री और जैविक विधि से धान उत्पादन का रिकॉर्ड बना रहें हैं. फसल व सब्जी की रिकॉर्ड उत्पादकता को देख देश-विदेश के किसान यहां खेती का गुर सीखने आयेंगे. इस वर्ष एक करोड़ टन धान उत्पादन का लक्ष्य है.
श्री विधि से एक बार फिर यह सफलता मिलेगी. ये बातें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने सोमवार को वेटनरी कॉलेज परिसर में श्री विधि महोत्सव रथ को प्रमंडलों के लिए रवाना करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि प्रमंडलों से एक -एक रथ जिलों के प्रखंडों व पंचायतों में जायेगा. किसानों के बीच धान के अधिक उत्पादन के लिए पंपलेट व फोल्डर वितरित किये जायेंगे.
इसमें धान के बिचड़ा लगाने से लेकर रोपनी व निकोनी तक की विस्तार से जानकारी दी जायेगी. इस वर्ष 25 लाख एकड़ में श्री विधि व 8.5 लाख एकड़ में संकर धान लगाया जायेगा. श्री विधि से पांच लाख एकड़ में धान लगवाने के लिए किसानों को प्रति एकड़ तीन हजार रुपये अनुदान दिये जायेंगे, जबकि संकर धान लगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 1200 रुपये दिये जायेंगे. 26 मई एवं नौ जून प्रत्येक पंचायत में श्री दिवस का आयोजन होगा. इसमें कृषि वैज्ञानिक किसानों को श्री विधि से धान लगाने की पूरी तकनीक बतायेंगे.
कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक कुमार सिन्हा ने कहा कि मौसम के बदलाव से खेती प्रभावित हो रही है. इस मौके पर कृषि सचिव विवेक कुमार सिंह, कृषि निदेशक एम सरवणन, बामेती के निदेशक डॉ आरएन सिंह, धनंजय पति त्रिपाठी, एसी जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.