पटना: हाथ में हुनर हो, तो काम की कमी नहीं रहेगी. राज्य सरकार का लक्ष्य अगले साल तक एक करोड़ युवक-युवतियों को स्किल डेवलप कर रोजगार से जोड़ने का है.
ये बातें उद्योग मंत्री रेणु कुशवाहा ने कहीं. उन्होंने हर हाथ को काम देने पर जोर देते हुए कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त लोग लोन लें, लेकिन समय से चुकता भी करें. वह मंगलवार को भारतीय नृत्य कला मंदिर में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 420 प्रशिक्षणार्थियों के बीच प्रमाणपत्र वितरण के मौके पर बोल रही थीं. बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम द्वारा आयोजित समारोह की अध्यक्षता पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी ने की.
सृजनात्मक कार्य पर ध्यान दें
श्री मांझी ने कहा कि आज का दिन युवाओं के लिए स्वर्णिम है. देश में साठ फीसदी संख्या युवाओं की है, लेकिन उनमें निराशा है. इस निराशा से समाज में अशांति व समस्याएं हैं. जरूरत है, युवाओं के निराशा को दूर कर सृजनात्मक कार्य की तरफ मोड़ने की. कौशल विकास योजना के तहत 420 युवक-युवतियों ने फाइनेंसियल एकाउंटिंग, ब्यूटीशियन, मोटर ड्राइविंग, मोबाइल रिपेयरिंग व वीडियोग्राफी की ट्रेनिंग ली थी. मौके पर निगम के प्रबंध निदेशक डॉ एन विजयलक्ष्मी, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के जीएम एके पुनिया व कमलकांत कुइली ने विचार रखे.