पटना सिटी: पुलिस ने छोटी पहाड़ी स्थित गोदाम में छापेमारी कर भारी मात्र में रिफाइन जब्त किया है. यहां घटिया रिफाइन को ब्रांडेड कंपनियों के जार में भर कर बाजार में बेचने के लिए भेजा जाता था. जार की पैंकिग व सील इस तरह होती थी कि असली व नकली में फर्क करना आसान नहीं होता. पुलिस ने इस मामले में गोदाम के मालिक अजय कुमार व भाई उदय को गिरफ्तार कर गोदाम को सील कर दिया. जब्त माल की कीमत करीब 20 लाख से अधिक आंकी जा रही है.
गोदाम बंद कर होता था धंधा
वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज के निर्देश पर गुरुवार को अगमकुआं थाना की पुलिस ने छोटी पहाड़ी स्थित मणि इंटरप्राइजेज में छापेमारी की. पुलिस को यहां हो रहे गोरखधंधे की खबर सप्ताह भर पूर्व ही मिली थी. इसके बाद पुलिस की खास टीम ने दो दिनों तक जायजा लिया फिर धावा बोला. पुलिस टीम जब गोदाम में पहुंची , तो वह बाहर से बंद था, जबकि अंदर एक दर्जन से अधिक मजदूर विभिन्न कंपिनयों के जार में टैंकर से रिफाइन भरने का काम कर रहे थे. पुलिस को देखते गोदाम में अफरा-तफरी मची गयी. पुलिस ने कर्मचारियों को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की, तो गोदाम में चल रहे गोरखधंधे का खेल सामने आया. करीब 126 फुट लंबा व 35 फुट चौड़े गोदाम में भारी संख्या में विभिन्न कंपनियों के खाली व भरे जार व डिब्बों को पुलिस ने जब्त किया. बहुत बड़े गोदाम के हॉल में गुरुवार को ही 15 हजार लीटर क्षमतावाल रिफाइन से भरा टैंकर मालिक ने मंगवाया था. देर शाम तक टैंकर को टिन व जार (15किलो )में भर कर बाजार में भेजने की योजना थी, लेकिन पुलिस पहुंच गयी.
पुलिस ने देखा कि गोदाम में चारों तरफ गंदगी के बीच रिफाइन भरने व सील करने का काम किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए साथ बेहद खतरनाक है. गोदाम से प्रताप, स्कूटर, गंगाजल, चेतक, राधे-राधे, शहनाई व दुल्हन सहित अन्य ब्रांडों के टिन खाली व भरे डिब्बे मिले हैं. गिरफ्तार गोदाम मालिक अजय कुमार उर्फ राजेश उर्फ टुन्ना जी ने थानाध्यक्ष उतीम सिंह के समक्ष कुछ कागजात उपलब्ध कराया. गोदाम मालिक का कहना था कि स्टार गोल्ड के मार्का से वह बाजार में रिफाइन की आपूर्ति करते हैं. इसके लिए जरूरी लाइसेंस प्रक्रिया के तहत हासिल ा है. जब्त किये सभी टिन पर खुद का मार्का लगता है. माल जो जब्त किया गया है, उस पर मार्का लगाने का काम बाकी था. पुलिस का कहना है कि छानबीन के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा.
बाद में मामले की जानकारी मिलने पर एसडीओ जय प्रकाश सिंह भी गोदाम पहुंचे. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी शैलेंद्र सिंह की देख-रेख में जब्ती सूची तैयार की गयी. एसडीओ ने बताया कि जब्त किये रिफाइन के स्तर व गुणवता के लिए नूमने की जांच की जायेगी.