यह प्रस्ताव सचिवालय डीएसपी व विधि व्यवस्था डीएसपी की ओर से सिटी एसपी (मध्य) शिवदीप वामन लांडे के पास आया था. प्रस्ताव में तीनों के आपराधिक इतिहास की पूरी जानकारी देते हुए इनसे समाज को खतरा बताया गया है. अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो इन तीनों के जमानत लेने पर कम-से-कम एक साल तक रोक लग जायेगी. बताया जाता है कि शंकर राय बुद्धा कॉलोनी थाने के मंदिरी का रहनेवाला है और इस थाना क्षेत्र में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है.
वह दो माह पहले ही जेल से बाहर आया था और फिर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में लगा है. सीसीए 12 लगने पर उसे कम-से-कम एक साल तक जमानत नहीं मिल सकेगी. इसके साथ ही सिकंदर के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट व डकैती के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. जबकि, पंकज शर्मा के खिलाफ दो दर्जन से अधिक संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. सिकंदर ने अपने पिता पर भी जमीन को लेकर गोली चलायी थी और बाइपास थानाध्यक्ष को जान मारने की धमकी दी थी. इतना ही नहीं, बड़ी पहाड़ी पर इसने रामजी महतो के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी थी.
इसी प्रकार पंकज शर्मा के खिलाफ पटना, वैशाली व झारखंड के कई थानों में मामले दर्ज हैं. इसके खिलाफ महुआ में डकैती, बिदुपुर में डकैती के दौरान हत्या, धनबाद में फिरौती के लिए अपहरण, देवघर में आर्म्स एक्ट आदि मामले दर्ज हैं. सिकंदर व पंकज शर्मा फिलहाल बेऊर जेल में बंद है. सिटी एसपी (मध्य) ने तीनों के खिलाफ सीसीए 12 के प्रस्ताव को एसएसपी के पास भेजे जाने की पुष्टि की.