मोकामा : अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ राज किशोर सिंह ने मोकामा के मोलदियार टोला निवासी अपराधी सरगना नीरज सिंह को छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी बाढ़ थाना के अचुआरा गांव से हुई. वह विगत दो दशकों से लगातार अपराध में सक्रिय था.
एसडीपीओ ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि नीरज सिंह अचुआरा में अपने साढ़ू अजय सिंह के यहां रह रहा था. वह नब्बे के दशक से अपराध में सक्रिय था. फिलहाल वह एफसीआइ की ट्रांसपोर्टिग पर कब्जा जमा रखा था. एसडीपीओ ने बताया कि हत्या और रंगदारी के कई मामलों में वह नामजद था. उसे जेल भेज दिया गया है.
* दस दिनों से लगी थी पुलिस
नीरज के पीछे पुलिस की दो टीमें 10 दिनों से लगी थीं. मोती सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना के इंद्रपुरी स्थित नीरज के ठिकाने की जानकारी पुलिस को मिली थी. मोकामा के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने दो दिनों तक वहां टोह ली.
इंद्रपुरी से ही पुलिस को सूचना मिली कि वह बाढ़ इलाके में अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा है. इसके बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम अचुआरा में व दूसरी टीम ने इंस्पेक्टर अशोक सिंह के नेतृत्व में बरुआने में छापेमारी की. बरुआने गयी पुलिस टीम घेराबंदी कर ही रही थी कि अचुआरा से एसडीपीओ ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
* एफसीआइ विवाद से पुलिस की नजरें टेढ़ीं
एफसीआइ ट्रांसपोर्टिग पर कब्जे को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद पुलिस की नजरें नीरज-मोती पर टेढ़ी हो गयी थीं. पिछले दिनों मोती सिंह की गिरफ्तारी भी बाढ़ से हुई थी. इंस्पेक्टर के बयान पर एफसीआइ में कथित तौर सक्रिय अपराधियों-ट्रांसपोर्टरों पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
हालांकि , गिरफ्तारी के बाद मोती सिंह ने कहा था कि उसे जान-बूझ कर फंसाया गया है. नीरज ने भी कहा कि पहले भले ही उसके खिलाफ लगातार मामले दर्ज हुए थे, पर विगत कई वर्षो से उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हुआ और अचानक उस पर मुकदमे लादे गये.