नौबतपुर/मनेर/फतुहा: प्रखंड के गोपालपुर गांव में गुरुवार की दोपहर भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं ने गैरमजरूआ 25 बीघा जमीन पर अपना कब्जा दिखाने के लिए लाल झंडा लगा दिया. सीओ ने बताया कि जिस जमीन पर झंडा लगाया गया है , उसकी जांच का आदेश राजस्व कर्मचारी और निरीक्षक को दिया गया है. साथ ही कहा कि चाट व नहर का अतिक्रमण किसी कीमत पर नहीं होगा. थानाप्रभारी दीनानाथ कुमार ने कहा कि पुलिस इस घटना पर पूरी तरह नजर रखे हुए है.
वहीं , कब्जा करनेवालों का कहना है कि हम सभी भूमिहीन हैं. इसलिए उस जमीन पर हमारा घर बनाने का हक बनता है. वहीं, इस संबंध में उच्च विद्यालय, गोपालपुर के प्राचार्य ने इस घटना को लेकर सीओ, थानाप्रभारी, एसडीओ, डीएम व जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया है. उन्होंने बताया कि उक्त जमीन विद्यालय की है.
जमीन पर झंडा गाड़ गरीबों को बांटा
मनेर प्रतिनिधि के अनुसार राज्य सरकार की घोषणा खिलाफी के विरोध में गुरुवार को माले के बैनर तले बांक पंचायत के नरहन्ना गांव में माले कार्यकर्ता एकजुट हुए. इसके बाद गरीब व महादलित समुदाय के लोगों ने गैरमजरूआ जमीन पर झंडा लगा कर कब्जा कर लिया. साथ ही माले के नेतृत्व में गरीबों ने सरकार व सामंतियों ने चुनौती भी दी. राज्य कमेटी के सदस्य रामबली यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता अगर चाहे, तो कुछ भी असंभव नहीं है. बंदोपाध्याय कमेटी के रिपोर्ट का पालन आज तक किसी सरकार ने नहीं किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रामचंद्र राम ने की . मौके पर कॉमरेड राकेश , रामकुमार सिंह, बसंती देवी, माधुरी गुप्ता, सुधीर कुमार, अखिलेश यादव आदि मौजूद थे. इस संदर्भ में मनेर सीओ अलका सिन्हा ने बताया कि इस मामले की सूचना नहीं है.
उसफा गांव में भी झंडा गाड़ा
फतुहा प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड के उसफा गांव में भाकपा (माले) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को बेनामी साढ़े पांच बीघा जमीन पर जबरन झंडा गाड़ दिया व इस जमीन को भूमिहीनों के बीच तीन–तीन डिसमिल के हिसाब से वितरण कर दिया. मौके पर मौजूद (माले) के प्रदेश नेता उमेश सिंह ने बताया कि वर्तमान सरकार गरीबों व भूमिहीनों को तीन डिसमिल जमीन देने की बात कह ठगने का काम कर रही है, जिसका नतीजा है कि अब तक एक भी गरीबों को परचा नहीं मिला है. आज के दिन भाकपा का यह जन आंदोलन प्रतिरोध दिवस के रूप में उसफा गांव में मनाया गया. अध्यक्षता भाकपा के प्रखंड सचिव शैलेंद्र यादव ने की. मौके पर माले नेता मुन्ना पंडित, विनेश चौधरी, रामजन्म यादव, श्याम सुंदरी देवी, रामप्रवेश दास, सीताराम चौधरी, दीना पासवान आदि मौजूद थे.