अन्यथा देश को एक बनाये रखना मुश्किल हो जायेगा. उक्त बातें सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को स्थानीय श्रीमती गिरिजा कुंवर उच्च विद्यालय के प्रांगण में विद्यालय परिवार के तत्वावधान में स्थापित स्वामी विवेकानंद की आदम प्रतिमा के अनावरण के मौके पर कही. उन्होंने कहा कि विवेकानंद ने धर्म की मूल भावना पर जोर दिया था.
वे अपने वेदांत दर्शन में मानव सेवा के बारे में सोचते थे. उनका कहना था कि पहले बीमार की सेवा करे, भूखे को खाना दो और तब वेदांत धर्म पर चर्चा करो. नीतीश कुमार ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई विवेकानंद के आदर्श बड़े ही काम आये थे और उनके आदर्शो का महत्वपूर्ण असर गांधी, सुभाषचंद्र बोस जैसे आजादी के दीवानों पर था. उन्होंने भाजपा का नाम लिए बगैर इशारों में ही आरोप लगाया कि आज कल बहुतों लोग रूढ़ीवाद को हवा दे रहे हैं.
उन्होंने ऐसे लोगों से सावधान रहने की सीख देते हुए कहा कि इतिहास साक्षी है कि जब कभी देश में कट्टरपंथी हावी रहे हैं देश टुकड़ों में बंटा है. उदारपंथी के वक्त में देश विकास के रास्ते पर चला है. उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में किये गये विकास कार्यो की चर्चा करते हुए कहा कि हम हमेशा सत्ता को सेवा का साधन मानते रहे और न्याय के साथ विकास की बातें की. सूबे के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विद्यालय के बच्चों को विद्यालय में आने पर पहले विवेकानंद की प्रतिमा को प्रणाम करने और उनके ‘उठो, जागो और तब तक मत रूको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये ’ के स्लोगन को आत्मसात कर जीवन में आगे बढ़ने की सलाह दी. विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने विवेकानंद की तरह अपने साढ़े आठ साल के शासन में सूबे में ज्ञान का मिसाल फैलाया है. समारोह को पूर्व सांसद गणोश प्रसाद सिंह, डॉ निहोरा प्रसाद यादव, जिप अध्यक्ष नूतन पासवान, प्राचार्य विजय कुमार आजाद आदि ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता स्थानीय विधायक अरुण मांक्षी ने की. संचालन विद्यालय के शिक्षक कृष्णा सिंह ने किया. धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता चंद्रकेत सिंह चंदेल ने किया. मौके पर जदयू के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार, एसडीओ चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी शशि कुमार सिंह आदि मौजूद थे.