पटना: उद्योग विभाग सिर्फ उद्योग खोलने को ही सूबे के युवकों को प्रोत्साहित नहीं करेगा, बल्कि उन्हें कौशल विकास के लिए प्रशिक्षित भी करेगा. पटना और रोहतास में 650 युवकों के कौशल विकास का उद्योग विभाग प्रशिक्षण देगा. कौशल विकास प्रशिक्षण पर उद्योग विभाग 19. 50 लाख रुपये खर्च करेगा.
विभाग ने इसकी प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है. कौशल प्रशिक्षण लेनेवाले 60 प्रतिशत युवकों को नौकरी और इंडस्ट्री खोलने के लिए बैंक से ऋण भी विभाग दिलवायेगा. योजना के तहत 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के युवकों को लाभ मिलेगा. पटना और रोहतास के प्रशिक्षण केंद्रों में तीन-तीन माह तक युवकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण सत्र के पहले चरण में युवकों का स्किल डेवलेपमेंट किया जायेगा.
दूसरे और तीसरे चरण में विभिन्न उद्योगों के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत बिहार के युवकों को कृषि औजार, टूल, स्क्रीन प्रिटिंग, वाद्य यंत्र व अन्य सामग्रियों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को उद्योग खोलने के लिए ऋण और नौकरी भी मिलेगी.
हालांकि, इसके लिए प्रशिक्षणार्थियों को परीक्षा देनी होगी. उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों को ही नौकरी मिलेगी. पहले चरण में प्रशिक्षित युवकों को कांट्रैक्ट पर बहाल किया जायेगा.
तीन चरणों में कम-से-कम 350 सामान्य जाति के और 150 अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के युवकों को प्रशिक्षण मिलेगा. उद्योग विभाग ने प्रशिक्षणार्थियों के चयन के लिए जिला स्तर पर कमेटी भी गठन कर दी है. जिला उद्योग केंद्रों के महाप्रबंधकों को कमेटी का अध्यक्ष, जबकि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्य व उपप्राचार्य, ग्रामीण स्व नियोजन प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक, अग्रणी बैंकों के जिला प्रबंधक,जिला परिषदों के प्रतिनिधि,पंचायतों के प्रतिनिधि और प्रशिक्षण देनेवाले संस्थान के लोग समिति के सदस्य बनाये गये हैं. जिलों के उद्योग महाप्रबंधकों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य व उप प्राचार्य के नेतृत्व में निगरानी टीम का गठन किया गया है.