पटना: जिले के 14 विधानसभा क्षेत्रों में कई मतदान केंद्रों के भवन बदलेंगे. किसी मतदान केंद्र पर 1600 से अधिक मतदाता होने पर नया मतदान केंद्र भी बनाया जायेगा. नये मतदान केंद्र के गठन व पुराने मतदान केंद्र भवन के बदलाव पर 21 जुलाई को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में अंतिम निर्णय होगा. इस पर गुरुवार को ही फैसला होना था, मगर तय समय में राजनीतिक दलों से आपत्ति नहीं मिलने की वजह से टाल दिया गया. अब शनिवार की दोपहर तीन बजे तक आपत्तियां स्वीकार होंगी और रविवार की बैठक में अंतिम फैसला होगा.
निर्वाचन सूत्रों ने बताया कि जून में निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों के स्तर से मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया गया. निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों के स्तर से भेजी गयी सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर एक जुलाई को मतदान केंद्रों का प्रारूप प्रकाशित कर दिया गया. प्रकाशित प्रारूप पर 15 जुलाई तक आपत्तियां मांगी गयीं. मगर इस तिथि तक कई राजनीतिक दलों ने आपत्ति नहीं दी. गुरुवार की बैठक में भी कई राजनीतिक दल अधूरी जानकारी लेकर पहुंचे. इसको देखते हुए डीएम ने आपत्ति दर्ज कराने की समय सीमा बढ़ाते हुए 21 को पुन: बैठक बुलायी है.
बैठक में पहुंचे कई विधायक
बैठक में कुम्हरार, फतुहा, दानापुर और पालीगंज के विधायक, पटना साहिब सांसद प्रतिनिधि के अलावा बसपा, कांग्रेस, लोजपा, राजद, भाजपा व भाकपा के प्रतिनिधि मौजूद रहे.