पटना: अधिकारियों को योजनाओं की राशि भुगतान के लिए पार्षदों से अनुशंसा नहीं लेने के फैसले का पार्षद विरोध करेंगे. पूर्व डिप्टी मेयर व वार्ड पार्षद विनय कुमार पप्पू, मुकेश कुमार और सुनील कुमार ने कहा कि इससे संबंधित प्रस्ताव को कभी पारित नहीं होने देंगे.
इसके लिए उग्र आंदोलन करने की जरूरत होगी, तो करेंगे. हाल ही में नगर व आवास विकास विभाग ने एक समीक्षा बैठक की थी. इसमें योजनाओं की क्रियान्वयन की गति धीमी पायी गयी थी. इसके बाद अधिकारियों ने अपना दोष पार्षदों पर फेंक दिया था. उनका कहना है कि योजनाओं की राशि भुगतान के लिए पार्षदों से अनुशंसा लेनी पड़ती है, जिससे विलंब होता है. इस पर विभाग ने निर्णय लिया है कि अब पार्षदों से अनुशंसा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
रविवार को इस पर नाराजगी जताते हुए पार्षदों ने कहा कि नगर निगम की साढ़े तीन लाख, छह लाख व 15 लाख की योजनाओं के लिए वार्ड पार्षदों से अनुशंसा की मांग की गयी थी. पार्षदों ने विकास कार्य की सूचीबद्ध अनुशंसा की, लेकिन अब तक अनुशंसा के अनुरूप काम नहीं हुआ है. इसमें दोषी वार्ड पार्षद है या अधिकारी. अगर पार्षद की अनुशंसा में योजना पूरी भी हो गयी है, तो ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया जा रहा है. इससे ठेकेदार भी निगम की योजनाओं पर काम नहीं करना चाह रहे हैं.