पहले मेरे लिए जनता है. उसके बाद पद. दुख है कि जनता जब जलजमाव व डेंगू से कराह रही थी,तब धरना पर बैठे पार्षदों को फिक्र नहीं था. उस समय शहर को नरक बनाने वाले नगर आयुक्त को सही ठहरा रहे थे. फिर भी मेरी मंशा नहीं है कि निगम भंग हो.अफजल इमाम, मेयर
मेयर को कोट, पार्षद धरना – जोड़,सं
पहले मेरे लिए जनता है. उसके बाद पद. दुख है कि जनता जब जलजमाव व डेंगू से कराह रही थी,तब धरना पर बैठे पार्षदों को फिक्र नहीं था. उस समय शहर को नरक बनाने वाले नगर आयुक्त को सही ठहरा रहे थे. फिर भी मेरी मंशा नहीं है कि निगम भंग हो.अफजल इमाम, मेयर
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