पटना: जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विवादित बयानों पर कहा कि यह पार्टी की सेहत के लिए ठीक नहीं है. किसी को कुछ भी बोलना हो, तो पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों व वसूलों के दायरे में रह कर ही बोलना चाहिए. उससे इतर कोई बात नहीं करनी चाहिए.
कभी-कभी किसी से भवावेश में या स्वत: बहुत-सी बातें निकल जाती हैं, लेकिन इसका नुकसान पार्टी को होता है और पार्टी के नेता असहज महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि इन विवादित बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री से एक-दो दिनों में बातचीत करेंगे और ऐसी बयानबाजी न करने की भी सलाह देंगे, जिससे समाज व पार्टी के अंदर मतभेद या मनभेद न हो.
उन्होंने कहा कि इस मामले पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने पहले ही मुख्यमंत्री को संयमित होकर भाषा का प्रयोग करने की सलाह दी है. इस सलाह का मतलब चेतावनी कतई नहीं है. इस मामले पर पार्टी के इक्के-दुक्के लोगों की बात आ रही है, जिससे लगता है कि पार्टी में गुटबाजी है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. कुछ लोग व्यक्तिगत रूप से अपनी बात रख रहे हैं. मांझी जदयू के सर्वसम्मत नेता हैं और मुख्यमंत्री हैं.