पटना. प्रदेश जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी को नीतीश कुमार पर आरोप लगाने से पहले थोड़ी जानकारी ले लेनी चाहिए. विधानमंडल से स्वीकृत एसएसजी यानी स्पेशल सेक्युरिटी ग्रुप के तहत पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा दी जाती है.
श्री सिंह ने कहा कि मोदी को यह भी जानकारी होनी चाहिए कि कहीं जाने से पहले एएसएल यानी एडवांस सेक्युरिटी लाइजिनिंग खुफिया विभाग को रिपोर्ट करती है कि सुरक्षा में कोई खामी तो नहीं है. लोकल थ्रेट प्रसेप्शन के तहत स्थानीय प्रशासन सुरक्षा की व्यवस्था में लगा होता है और जितने पुलिस के जवान चाहिए होते हैं, लगाये जाते हैं.
नीतीश कुमार कभी अतिरिक्त सुरक्षा की मांग नहीं करते हैं. जब किसी नेता का काफिला जाता है, तो वह खुद सायरन नहीं बजाता है. उसकी सुरक्षा मे लगी पुलिस सायरन बजाती है. रही बात अफसरों से मिलने की, तो विकास के कामा के लिए नीतीश कुमार अफसरों से मिल सकते हैं. उन्हें दुनिया की कोई ताकत उनसे मिलने से नहीं रोक सकती है. बिहार की जनता ने सवाल पूछना शुरू किया कि केंद्र के कैबिनेट विस्तार में ब्राrाण, वैश्य, अतिपिछड़ा और महादलित समाज को प्रतिनिधित्व क्यों नहीं दिया गया और इस विस्तार में मिथिलांचल को क्यों छोड़ दिया गया, तो मोदी इससे भटकाने के लिए यह सब बात कह रहे हैं.