पटना: जदयू व भाजपा के रिश्तों में चल रही खींचतान के बीच बयानबाजी का दौर भी जारी है. भाजपा के सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने साफ शब्दों में कहा कि बिहार की जनता ने गंठबंधन को जनादेश दिया था. अगर जदयू को गंठबंधन तोड़ना है, तो विधानसभा को भंग किया जाना चाहिए. चुनाव हो और जिस दल को जनादेश मिले, वह बिहार पर राज करे. भाजपा के सहयोग के जदयू बिहार का विकास नहीं कर सकता था. जबकि, विकासात्मक कार्यो का पूरा श्रेय जदयू ले रहा है. प्रधानमंत्री देश की जनता बनाती है.
जनता अगर चाहेगी, तो नरेंद्र मोदी पीएम जरूर बनेंगे. सीग्रीवाल नहीं पहुंचे नियोजन मेले में श्रम संसाधन मंत्री जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने छपरा के श्रम नियोजन मेले में भाग लेने से इनकार कर दिया. मंत्री ने छपरा में यह भी कहा कि अगर एनडीए टूटता है, तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. नगर विकास मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने गया में मेले में भाग लिया.
मरने की नहीं, जीने की दवा दी : चौबे
स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि जदयू को कभी भी मरने की दवा नहीं दी गयी. पहली बार जब सात दिनों की सरकार बनी थी, तो कम संख्या के बावजूद भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार का नाम सुझाया था. पार्टी के नेता अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवाणी ने जॉर्ज फर्नाडीस के विरोध के बावजूद नीतीश कुमार को ऊंचा ओहदा दिया. वैसे भी एनडीए दोनों दलों के बीच बना था न कि दो व्यक्ति विशेष के साथ, जिस समय गंठबंधन हुआ था, नरेंद्र मोदी भाजपा में ही थे. लालू के जंगलराज से मुक्ति के लिए जनता ने एनडीए को वोट दिया था.
ओछी राजनीति कर रहे शिवानंद
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह विधायक प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि बिहार के किसान सरदार वल्लभ भाई पटेल की आदमकद प्रतिमा के लिए लोहा इकट्ठा कर नरेंद्र मोदी को देंगे. उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस द्वारा सरदार पटेल का कोई स्मारक नहीं बनाये जाने पर आश्चर्य जताया. जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी द्वारा नरेंद्र मोदी की पहल की आलोचना किये जाने को उन्होंने उनकी ओछी राजनीति करार दिया.
तोड़ने का नहीं पूरा होगा मंसूबा
जदयू द्वारा भाजपा विधायकों को तोड़ने की कोशिशों पर सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सीपी ठाकुर ने कहा है कि जदयू का मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा. वह औंधे मुंह गिरेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा गंठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं है. हम तो अंतिम दम तक गंठबंधन चलाने के हिमायती हैं. हां, अगर देशहित को त्याग कर व्यक्ति हित के नाम पर गंठबंधन तोड़ने की कोशिश होगी, तो भाजपा उसका विरोध करेगी.