पटना सिटी: तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के विकास लिए राज्य सरकार द्वारा बनायी जा रही विकास योजना -2017 में गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 350 वें प्रकाशोत्सव से पहले पूरा होगी. योजनाओं को जमी पर उतारने का निर्देश मंगलवार को राज्य विकास आयुक्त एसके नेगी ने अधिकारियों को दिया.
विकास आयुक्त अधिकारियों के साथ तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब पहुंचे थे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बनायी गयी विकास योजना को गुरु पर्व से छह माह पहले तक हर हाल में पूरा कर लिया जाये. विकास आयुक्त ने तख्त साहिब परिसर में ही प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष रणजीत सिंह गांधी, वरीय उपाध्यक्ष आरएस जीत ,कनीय उपाध्यक्ष महाराजा सिंह सोनू व विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दरम्यान यह बात कही.
गुरु घर में लगायी हाजिरी: विकास आयुक्त के साथ पहुंचे विभागों के प्रधान सचिव व अधिकारियों के दल ने दरबार साहिब में मत्था टेका और गुरु घर का आशीष लिया. इसके बाद अधिकारियों ने बैठक की. इसमें कमेटी द्वारा दिये गये सुझाव व विकास योजनाओं की रूपरेखा तय की गयी.
हालांकि, इससे पहले अधिकारियों के दल ने गुरु के बाग स्थित गुरुद्वारे का भी भ्रमण किया. इस दरम्यान गुरु के बाग जानेवाले मार्ग में जलजमाव व अतिक्रमण को भी देखा और उस पर कार्रवाई का निर्देश दिया. बैठक में अधिकारियों से कमेटी के ओहदेदारों ने तख्त साहिब से जुड़े कंगन घाट व गुरु के बाग स्थित गुरुद्वारे के विकास , सड़कों को अतिक्रमणमुक्त कराने, जलनिकासी, प्रकाश की व्यवस्था, सुरक्षा, चौकशिकारपुर उपरि सेतु के निर्माण कार्य को गुरु पर्व से पहले कराने समेत आदि बातों को रखा. कमेटी के ओहदेदारों ने कहा कि गंगा की धारा बदलने से गंगा तट पर जमीन उभर आयी है. इसमें से 50 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की मांग गुरु पर्व को लेकर अस्थायी तौर पर की गयी .
बैठक में विकास आयुक्त के साथ नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ बी राजेंद्र, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव दीपक प्रसाद, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, बुडको के प्रबंध निदेशक, प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, डीएम अभय कुमार सिंह, एसएसपी जीतेंद्र राणा, निगम आयुक्त कुलदीप नारायण, एसडीओ किशोर कुमार प्रसाद , डीएसपी राजेश कुमार , पेसू के जीएम राजीव अमित, अधीक्षण अभियंता रंजीत कुमार, कार्यपालक अभियंता मृत्युंजय कुमार सिंह,निगम के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार व राजस्व पदाधिकारी विश्व मोहन प्रसाद समेत अन्य विभागों के अधिकारी व सचिव स्तर के पदाधिकारी शामिल थे. जिलाधिकारी ने बताया कि कार्ययोजना बना कर उसे जमीन पर उतारने का निर्देश विकास आयुक्त ने दिया है.