पटना: 25 सितंबर तक रुक जाओ. मणिपुर के सीएम एनआइटी को लेकर काफी संवेदनशील हैं. एनआइटी मणिपुर से राज्य के छात्रों को लाने गये निगरानी विभाग के प्रधान सचिव सी ललसोता ने यह बात गुरुवार को छात्रों को कही. वह विशेष शाखा के आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार के साथ इंफाल में हैं.
इसकी जानकारी छात्रों ने दी. कॉलेज में 25 सितंबर से 6 अक्तूबर तक दुर्गा पूजा की छुट्टी है. मणिपुर सरकार कोशिश कर रही है कि सभी बात को सामान्य तरीके से रखा जाये. इंफाल में अध्ययनरत देश के अन्य राज्य के छात्रों की स्थानीय छात्रों द्वारा पिटाई को मणिपुर प्रशासन ने प्रतिष्ठा का मामला बना लिया है. छात्रों ने कहा कि कॉलेज प्रशासन से बात होने के बात जितेंद्र सिंह गंगवार ने छात्रों को कहा कि अगर कोई घर जाना चाहता है, तो वह कॉलेज से नाम कटा कर ही जाये.
11 छात्रों से की बात
गुरुवार की शाम करीब सात बजे बिहार से गये दोनों अधिकारी मणिपुर के सीएम और वहां के डीआइजी से भेट करने के बाद हॉस्टल के 11 छात्रों से बातचीत की. छात्रों को उन्होंने साफकह दिया कि वे 25 सितंबर तक कॉलेज में रु के. अगर किसी को जाना है, तो वह कॉलेज से नाम कटा कर ही जाये.
घर जाने की थी तैयारी
गुरुवार की सुबह बाहरी राज्यों के छात्र एकजुट होकर सामान के साथ कॉलेज से बहार निकलने लगे, तो उन्हें कैंपस गेट पर तैनात मणिपुर राइफल्स और सीआरपीएफ के जवानों ने जाने से रोक दिया. पूरे दिन छात्र बिना खाये-पीये कैंपस में इस इंतजार में बैठे रह गये कि शायद अब उन्हें बाहर जाने दिया जायेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
नहीं समझ रहे परेशानी
छात्रों ने कहा कि बिहार से आये अधिकारी हमारी स्थिति नहीं समझ रहे हैं. कैंपस में तनावपूर्ण माहौल बना रहता है. पिछले एक सप्ताह से सभी छात्र इसी आस में हैं कि उन्हें कुछ समय के लिए घर जाने दिया जाये. स्थानीय छात्र एवं लोगों से पिटाई के बाद छात्र भयभीत हैं. सभी छात्र रात को एक ही कमरे में सो रहे हैं और दिन में भी कैंपस में एक साथ ही इधर-उधर जा रहे है. छात्रों ने कहा कि माता पिता का बुरा हाल है. कैंपस कैदखाना जैसा लग रहा है. यहां से हमें बहार निकला जाये.
नहीं मिला ठोस आश्वासन
छात्रों की मांग है कि कॉलेज के निदेशक या कुलसचिव में से कोई एक राज्य के बाहर का हो, जो उनकी परेशानी समङो. फिलहाल दोनों स्थानीय हैं. बिहार से गये अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला केंद्र सरकार करेगी. कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें, ताकि मारपीट करनेवालों की पहचान हो. कॉलेज में स्थायी तौर पर सीआरपीएफ की तैनाती पर अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए मणिपुर के डीआइजी से बात की जायेगी.