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पटना : 17 संप हाउस का तत्काल हो निर्माण
पटना : जल जमाव जांच की कमेटी ने पटना व आसपास क्षेत्र में जल जमाव से बचाव के लिए दस पन्नों की विशेष प्लानिंग रिपोर्ट तैयार की है. इसमें अल्पकालीन व दीर्घकालीन प्लान बनाया गया है. अल्पकालीन योजना में 17 जगहों मसलन एससीसी मैदान, बाजार समिति, शीतला माता मंदिर, दीघा मे पटना नहर के पूरब, […]
पटना : जल जमाव जांच की कमेटी ने पटना व आसपास क्षेत्र में जल जमाव से बचाव के लिए दस पन्नों की विशेष प्लानिंग रिपोर्ट तैयार की है. इसमें अल्पकालीन व दीर्घकालीन प्लान बनाया गया है. अल्पकालीन योजना में 17 जगहों मसलन एससीसी मैदान, बाजार समिति, शीतला माता मंदिर, दीघा मे पटना नहर के पूरब, मीठापुर क्षेत्र, नंदलाल छपरा चौक, करमलीचक क्षेत्र में बिग हॉस्पिटल के पास, बाइपास के दक्षिण क्षेत्र , दानापुर-खगौल क्षेत्र में पटना नहर के पश्चिम घुड़दौड़, नेहरू पथ जंक्शन के पास, फुलवारी शरीफ में खगौल लख आदि क्षेत्रों में संप हाउस निर्माण के सुझाव दिये गये हैं. वहीं पटना, दानापुर, खगौल और फुलवारी के लिए भी प्लान बनाये गये हैं. विभाग को इस पर अमल करने को कहा गया है.
पटना, दानापुर, खगौल और फुलवारी के लिए बने अलग-अलग प्लान
मास्टर प्लान और नालों को ठीक करने की जरूरत
दानापुर नगर परिषद के लिए सात प्वाइंटों पर सुझाव दिये गये हैं. जिनके अनुपालन से अगली बार जल जमाव से बचा जा सकता है. इसमें सैनिक कॉलोनी से घुड़दौड़ तक लगभग 60 फुट चौड़े नाले की पूरी लंबाई में गहरा खोदकर पक्का आसीसी नाला बना को कहा है. गोला रोड में पक्का आरसीसी कवर्ट ड्रेन बनाकर उसे घुड़दौड़ वाले 60 फुट चौड़े पक्के नाले से जोड़ने की सलाह दी है. नालों से अतिक्रमण हटाने तथा सगुना मोड़ से पटना नहर, पटना कैनाल और सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन तक स्टार्म वॉटर ड्रेनेज की व्यवस्था करने को कहा है. दानापुर इलाके का मास्टर प्लान भी बनाने का सुझाव दिया है.
खगौल क्षेत्र के लिए तीन महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये हैं. सगनुा-दानापुर रोड तथा रुपसपुर नहर रोड एक दूसरे के समानांतर है. दोनों नालों की सफाई करने को कहा है. खगौल के वार्ड 14, 16, 21 में जल जमाव की समस्या को दूर करने के लिए दानापुर-बिहटा रोड से शुरू होकर दानापुर कैंट तक नाला का निर्माण करायी जाये. वर्तमान में दानापुर स्टेशन व सगुना मोड़ तक सड़क के दोनों तरफ नालों की क्षमता बढ़ाने के भी सुझाव दिये गये.
नये प्लान की जरूरतफुलवारी में प्रोफेशनल एजेंसी के माध्यम से ड्रेनेज प्लान बनाने की जरूरत है.
बादशाही नाले के लिए कई सुझाव
जल जमाव के लिए सबसे अधिक बादशाही नाले के अतिक्रमण को जिम्मेदार माना गया है. जांच टीम की अपनी प्लान में बादशाही नाले के विकास के लिए बड़ी रूप रेखा तय की गयी है.
गंगा और पुनपुन नदियों में बाढ़ की अवधि के दौरान शहर के जल निकासी के लिए बरमुत्ता स्लुइस और खानपुर स्लुइस पर नगर विकास एवं आवास विभाग व बुडको द्वारा अतिरिक्त जल निकासी के लिए संप हाउस बनाया जाये. मॉनसून से पहले जिला प्रशासन, नगर विकास व आवास विभाग, जल संसाधन विभाग की संयुक्त टीम नाले से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करे. ज्ञान गंगा व्यापार केंद्र के सामने चमनचक से एनएचएआइ की सर्विस लेन तक 150 मीटर भुगर्भ नाला का निर्माण किया जाये. पूरे नाले को चरणबद्ध ढंग से आरसीसी नाला बनाया जाये.
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