पटना : विभिन्न मामलों में फरार चल रहे अपराधियों- आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा राज्य स्तरीय अभियान चलाया जा रहा है. सभी थानों को अब हार्डकोर अपराधियों की कुर्की- जब्ती पहले करने होगी.
वारंट का निष्पादन भी प्राथमिकता से करना होगा. बिहार पुलिस ने बीते साल के अंतिम माह में 15624 वांरटों का निबटारा किया. 1383 कुर्की की. इसके बाद भी हजारों केस लंबित हैं. 31 दिसंबर तक लंबित वारंट की संख्या 82808 थी. लंबित कुर्की -जब्ती की संख्या भी 10525 थी.
इनका निबटारा करने के लिए पुलिस मुख्यालय लगातार दिशा- निर्देश दे रहा है. सभी रेंज अधिकारी और एसपी- एसएसपी को निर्देश दिये हैं कि वह इसे प्राथमिकता से निबटाये. अपराधियों में भय पैदा हो इसके लिए बड़े और हार्डकोर अपराधियों की कुर्की- जब्ती पहले करें. इस कार्रवाई में समाज में संदेश जाना चाहिए कि अपराधी जितना कुख्यात है पुलिस ने उतनी ही कठोर कार्रवाई की है. इससे पहले लोकसभा चुनाव के समय राज्य स्तरीय अभियान चलाया गया था.
स्थानांतरित पुलिसकर्मियों को रिलीव करने के आदेश
राज्य के सभी पुलिस पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे स्थानांतरित पुलिसकर्मियों को तत्काल रिलीव कर दें. पुलिस मुख्यालय के आदेश पर राज्य भर में तबादले हुए थे. सरस्वती पूजा आदि कारणों के चलते बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तबादले के बाद भी रिलीव नहीं किये गये थे.
कुर्की वारंट के डिस्पोजल और इनके लंबित रहने के कारणों पर विचार -विमर्श किया गया है. सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वह अभियान चलाकर इनका निष्पादन करें.
जितेंद्र कुमार, एडीजी मुख्यालय