पटना सिटी : बिजली की ऊंची दर के कारण उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे हैं, कुछ बंदी के कगार पर है. ऐसे में उद्योग धंधा को बचाने व बिजली दर घटाने के लिए शुक्रवार को जन संघर्ष मोर्चा की ओर से धरना दिया गया .
आयोजित धरना की अध्यक्षता मोर्चा के अध्यक्ष देव रत्न प्रसाद ने की. संचालन महासचिव उमेश कुमार पंडित ने किया. गायघाट पुल के नीचे आयोजित हो रहे धरना में राजद के प्रदेश महासचिव सह पूर्व पार्षद शिव मेहता व बसीउद्दीन, कांग्रेस के परवेज अहमद, डॉ विनोद अवस्थी, नीरज कसेरा, प्रमोद सिन्हा, शारीफ अहमद रंगरेज, सीपीआइ के मोहन प्रसाद, एचटी कंज्यूमर्स संघ के गिरजा शंकर प्रसाद, चुन्नू सिंह, साधु शरण चौधरी, पप़्पू मेहता, अनिल शर्मा, रवींद्र राय,मनोज कुमार, अमोद कुमार समेत दर्जनों की संख्या में लोगों ने संबोधित किया. वक्ताओं ने पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल, झारखंड के तर्ज पर विद्युत दर निर्धारित कर आपूर्ति करने की मांग की है.
धरनार्थियों ने तीन सूत्री मांगों को उठाते हुए कहा कि विद्युत विच्छेदन की स्थिति में निर्धारित 24 माह व तीन माह के नोटिस पीरियड को एक माह के नोटिस पीरियड के तौर पर निर्धारित किया जाये. 700 केबीए के फिक्सड चार्ज के बदले डिमांड चार्ज के भुगतान की व्यवस्था हो.
बिजली दर में वृद्धि के प्रस्ताव को वापस लेते हुए दिल्ली की तर्ज पर 200 यूनिट तक विद्युत उपयोग नि:शुल्क किया जाये. नेताओं ने कहा है कि उठायी गयी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तब इसके खिलाफ संघर्ष और तेज किया जायेगा