पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को निर्देश दिया कि अस्पताल एवं स्कूली भवनों के ‘रेट्रोफिटिंग’ का काम तेजी से कराया जाये. पटना के सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में मंगलवार को आयोजित बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 12वीं बैठक के दौरान प्राधिकरण के सदस्य उदयकांत मिश्र द्वारा अस्पतालों में आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिये जाने पर नीतीश ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के सभी अस्पताल भवनों एवं स्कूली भवनों का रैपिड विजुअल स्क्रीनिंग (आरवीएस) प्राधिकरण द्वारा कराया गया है, उसके आधार पर तेजी से ‘रेट्रोफिटिंग’ का काम कराया जाये.
उन्होंने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इन कार्यों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग प्रदान किया जा रहा है. नीतीश ने कहा कि जीविका समूह की दीदियों को आपदा से बचाव के लिए प्रशिक्षण देना काफी उपयोगी होगा. वे इस माध्यम से लोगों को जागरूक करने में भी मददगार होंगी. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्द्धन के कार्यक्रमों को प्राथमिकता से करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यभार संभालने के तत्काल बाद जिलाधिकारियों एवं जिले के वरीय पदाधिकारियों को आपदा से बचाव से संबंधित प्रशिक्षण करा दें ताकि जिले में इस संबंध में वे जागरूकता अभियान चला सकें. आपदा राहत कार्य से जुड़े सभी सरकारी सेवकों का भी प्रशिक्षण करवा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि नागरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों को प्रशिक्षित कराया जाये.
नीतीश कुमार ने कहा कि नाविकों का निबंधन और उनका उनका प्रशिक्षण साथ-साथ हो. सभी जगह सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम चलाया जाये और अभिभावकों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि डूबने से होने वाली मौतों पर रोक लगाई जा सके. उन्होंने कहा कि नये-नये घाटों को भी जल्द से जल्द चिह्नित करा लें. जिला आपदा प्रबंधन योजना को भी कार्य योजना में शामिल किया जाये.
सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन संस्थान को विकास प्रबंध संस्थान (डीएमआई) के साथ जोड़ने से काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों के जर्जर बिजली के तारों को बदल दिया जाये ताकि बिजली से होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके. नीतीश ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भवन विभाग एवं संबंधित अन्य विभाग आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा के संबंध में अलग से एक बैठक कर लें. उन्होंने कहा कि जल, जीवन एवं हरियाली के लिए लोगों के बीच अभियान चलाने की एक कार्य योजना बनायी जा रही है. इसमें प्राधिकरण के सुझावों को भी शामिल किया जायेगा.