वर्ष 2016 में परीक्षा में 22 गलत प्रश्न पूछे गये थे
कई रिट याचिकाओं की एक साथ सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दिया निर्णय
पटना : पटना हाइ कोर्ट ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित किये गये बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा में गलत प्रश्नों के बदले में सभी उम्मीदवारों को अंक देने का निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और राज्य सरकार को दिया है.
जस्टिस मोहित शाह की एकल पीठ ने इस संबंध में दायर कई रिट याचिकाओं की एक साथ सुनवाई करते हुए यह निर्णय दिया. मालूम हो कि वर्ष 2016 में ली गयी शिक्षक पात्रता परीक्षा में 22 गलत प्रश्न पूछे गये थे. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि हर गलत प्रश्न के लिये उम्मीदवारों को अंक दिए जाने चाहिए. गलत प्रश्नों के बदले सभी उम्मीदवारों को अंक दिए जाने के बाद ही संशोधित परिणाम प्रकाशित किया जाये.
मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति मामले की सुनवाई 5 अप्रैल को
पटना : राज्य के सरकारी मेडिकल काॅलेजों के विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर बहाली के लिए दायर रिट याचिका पर पटना हाइकोर्ट में पांच अप्रैल को सुनवाई की जायेगी. जस्टिस ज्योति शरण की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में इस मामले की सुनवाई होनी है.
मालूम हो कि राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1171 पदों पर बहाली के लिए जनवरी, 2017 में आवेदन आमंत्रित किये गये थे. आवेदन आमंत्रित किये जाने के बाद वर्ष 2017 और 2018 में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए उम्मीदवारों का इंटरव्यू भी लिया गया. इंटरव्यू समाप्त होने के बाद आज तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है. रिजल्ट के प्रकाशन में विलंब के कारण मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद रिक्त हैं .
पटना : बीपीएससी अभ्यर्थियों का गड़बड़ियों के खिलाफ हंगामा
पटना : बीपीएससी के 64वीं प्री कंबाइंड कंपटीटिव एक्जाम के अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में हुई गड़बड़ियों को लेकर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने बीपीएससी के रवैये के विरोध में भिखना पहाड़ी, गांधी मैदान होते हुए कारगिल चौक तक रैली निकाली.
उन्होंने बीपीएससी के रवैये को गैर लोकतांत्रिक बताया. अभ्यर्थियों का कहना था कि प्री एक्जाम में पंद्रह से अधिक प्रश्न गलत दे दिये गये थे. प्रश्नों के सही और प्रमाणिक उत्तरों को गलत बताने की बात कहीं. मेरिट लिस्ट में भी कई तरह की गड़बड़ियां की. अभ्यर्थियों ने मांग की कि उनके उत्तरों को सही माना जाये और उन्हें मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाये.
इसके बाद दोपहर सवा बजे अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. राज्यपाल को अपनी समस्या बतायी. उन्हें अपना मांगपत्र भी सौंपा. प्रियंका ने बताया कि राज्यपाल ने मामले को गंभीरता से सुना और बताया कि ये मामला अब कोर्ट में चला गया है. फैसला आने के बाद इस मामले में कदम उठाया जायेगा.
राज्यपाल ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया है कि वे इस मामले में उनकी पूरी मदद करेंगे. प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों में मुख्य रूप से प्रियंका भारती, दिलीप कुमार, अंजू कुमारी, संजय शर्मा, प्रशांत कुमार, भावना कुमारी अादि मौजूद थे.