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पटना : मुख्यमंत्री व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया शिलान्यास, 200 करोड़ से पीएमसीएच बनेगा सुपर स्पेशियलिटी
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में 200 करोड़ से सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण किया जायेगा. शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसका शिलान्यास किया. इसके निर्माण में केंद्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार 40 प्रतिशत राशि खर्च करेगी. पीएमसीएच परिसर में 1.46 एकड़ में निर्माण […]
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में 200 करोड़ से सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण किया जायेगा. शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसका शिलान्यास किया.
इसके निर्माण में केंद्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार 40 प्रतिशत राशि खर्च करेगी. पीएमसीएच परिसर में 1.46 एकड़ में निर्माण होगा. इसमें 160 बेड स्थापित किया जायेगा. विश्व स्तर के इस अस्पताल में 51 आइसीयू बेड जबकि छह मॉड्यूलर ओटी बनाये जायेंगे. साथ ही यहां पर जांच की उच्च स्तरीय व्यवस्था होगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुझाव पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दूसरा एम्स खोलने में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सहमति दे दी. सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में आठ विभाग गैस्ट्रोलॉजी, इंडोक्रायोनोलॉजी,न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, एंको ह्यूमैटोलॉजी, रेडियोथेरेपी, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी होंगे. इस ब्लॉक का निर्माण जुलाई 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह पांच मंजिला भवन होगा. इसका निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत होगा.
इसके अस्पताल में आयुष्मान योजना में शामिल गरीब मरीजों को सालाना पांच लाख का मुफ्त इलाज होगा. इस योजना का लाभ राज्य के एक करोड़ आठ परिवारों को मिलेगा. इन परिवारों का स्मार्ट हेल्थ कार्ड का निर्माण कराया गया है. अस्पताल में आने पर इन परिवारों का उस कार्ड पर सालाना पांच लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी.
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खुलेगा दूसरा एम्स
बिहार में दूसरे एम्स के स्थान की गुत्थी सुलझ गयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुझाव दिया कि उत्तर बिहार में स्थित दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को ही एम्स बना दिया जाये. इसके लिए नीति में थोड़ा परिवर्तन करना होगा. मुख्यमंत्री के इस सुझाव को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इशारों में अपनी सहमति दे दी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमसीएच पांच साल में विश्व स्तर का 5400 बेडों का अस्पताल तीन चरणों में तैयार होगा. इसके निर्माण के लिए 5500 करोड़ की योजना स्वीकृत की गयी है. यहां पर डॉक्टर, नर्स, छात्र व कर्मियों के रहने के लिए आवास का निर्माण होगा. इसे गंगा लिंक व गांधी मैदान से एलिवेटेड सड़क से जोड़ा जायेगा.
सीएम ने आयुष्मान भारत योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य के पांच मेडिकल कॉलेज पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर व गया में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक बनाया जा रहा है. इसके अलावा राज्य में आठ नये मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. इनमें पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, जमुई और सीवान में 250-250 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा रहा है. सभी मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि देश में 22 नये एम्स खोले जा रहे हैं. वे डीएमसीएच में एम्स स्थापना में आयी खामी को देखेंगे.
देश में 84 नये मेडिकल कॉलेज, एमबीबीएस की 70 हजार होंगी सीटें : जेपी नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि देश में 84 नये मेडिकल कॉलेज खोले गये हैं. इसके कारण एमबीबीएस की 17 हजार सीटों को बढ़ाकर 70 हजार किया गया है. साथ ही 13 हजार पीजी की सीटों को बढ़ाकर अब 45 हजार किया गया है. उन्होंने बताया कि नीट की परीक्षा होने से ग्रामीण इलाके के बच्चे भी चिकित्सक बन रहे हैं. आयुष्मान भारत योजना से देश के 10 करोड़ 74 लाख परिवारों को जोड़ा गया है जिनमें लाभार्थियों की संख्या 55 करोड़ है.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पीएमसीएच को इ-हॉस्पिटल से जोड़ने का ऑफर दिया. उन्होंने राज्य के अन्य बड़े अस्पतालों को भी इ-हॉस्पिटल से जोड़ने पर सहमति जतायी.
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि राज्य में वर्ल्ड क्लास की संस्थाएं स्थापित हो रही हैं. इसमें म्यूजियम सहित साइंस सिटी को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है. पीएमसीएच को भी विश्वस्तरीय बनाया जायेगा. उन्होंने बताया कि दो लाख करोड़ के बजट में सर्वाधिक इजाफा स्वास्थ्य के बजट में किया गया है. वर्ष 2019-20 में 9622 करोड़ स्वास्थ्य पर खर्च किया जायेगा.
इस समारोह को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, सांसद सीपी ठाकुर, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, नितिन नवीन, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने भी संबोधित किया. इस मौके पर पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ रामजी सिंह व अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद सहित कालेज के शिक्षक, छात्र व कर्मचारी उपस्थित थे.
केंद्र चाहे तो बिहार के हर जिले में बना दे एम्स
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार मुरली मनोहर जोशी के प्रयास से बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज को एनआइटी का दर्जा मिला, उसी तर्ज पर डीएमसीएच को एम्स बनाया जा सकता है. डीएमसीएच के पास दो सौ एकड़ जमीन है.
केंद्र सरकार चाहे तो वहां के डॉक्टरों को अपने पारामीटर पर चयन कर ले. शेष डाक्टर व कर्मचारियों को अन्य मेडिकल कॉलेजों में स्थानांतरित कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के पेंशन मामले में भी राज्य सरकार सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि सहरसा, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, किशनगंज हर जगह पर एम्स निर्माण की मांग की जा रही है. केंद्र चाहे तो 38 जिलों में एम्स का निर्माण करा दे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जैसा चाहेंगे रिपोर्ट वैसा ही आयेगी. शिलान्यास समारोह के मंच से ही जेपी नड्डा ने इसकी हाथ हिलाकर सहमति दे दी.
पटना : आइजीआइएमएस : नये भवन में होंगी नेत्र चिकित्सा की सुविधाएं
पटना : आइजीआइएमएस संस्थान परिसर में भी नये भवन का शिलान्यास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया. उन्होंने कहा कि नेत्र रोग विभाग के लिए प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत अलग से भवन बनाया जा रहा है.
151 करोड़ की लागत से बन रहे इस भवन में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं होंगी. इस अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना में एक उत्कृष्ट आंख अस्पताल का आज शिलान्यास हुआ है जो दो से तीन साल में बनकर बिहार की जनता को समर्पित हो जायेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि अत्याधुनिक नेत्र अस्पताल के साथ हार्ट के मरीजों के लिए प्राइवेट वार्ड व किडनी के मरीजों के लिए 10 बेड की डायलिसिस सुविधा भी अलग भवन में करने की योजना का लाभ उन्होंने संस्थान को दिलवाया है जिसकी लागत लगभग 30 करोड़ है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि नेफ्रोलॉजी में 10 बेड का डायलिसिस यूनिट होने से मरीजों को 24 घंटे सस्ती दर पर डे केयर डायलिसिस की सुविधा मिलेगी.
उन्होंने कहा कि कार्डियो विभाग के प्राइवेट वार्ड के लिए भी बिल्डिंग बनेगा. आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या से बेड की समस्या जटिल होती जा रही थी जिसका इन तीनों योजनाओं के पूरा होने पर बहुत हद तक निदान हो जायेगा. इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ एनआर विश्वास, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विभूति पी सिन्हा और डॉ नीलेश मोहन भी मौजूद थे.
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