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पटना : नियमों की अनदेखी कर ट्रेनों में पार्सल बुक कर हो रही तस्करी
केंद्रीय कस्टम विभाग की जांच में बड़े स्तर पर सामने आयी रेलवे की गड़बड़ी, 11.30 करोड़ से ज्यादा के सामान जब्त पटना : पटना में नार्थ-इस्ट से आने वाली अधिकांश यात्री ट्रेनों के पार्सल यान में बड़ी संख्या में तस्करी वाले सामान आ रहे है. सिर्फ पिछले साल ऐसे 20 मामलों में 11 करोड़ नौ […]
केंद्रीय कस्टम विभाग की जांच में बड़े स्तर पर सामने आयी रेलवे की गड़बड़ी, 11.30 करोड़ से ज्यादा के सामान जब्त
पटना : पटना में नार्थ-इस्ट से आने वाली अधिकांश यात्री ट्रेनों के पार्सल यान में बड़ी संख्या में तस्करी वाले सामान आ रहे है. सिर्फ पिछले साल ऐसे 20 मामलों में 11 करोड़ नौ लाख और इस साल अब तक दो मामलों में 30 लाख 50 हजार मूल्य के तस्करी के सामान जब्त किये गये. पिछले साल से अब तक 11 करोड़ 30 लाख से ज्यादा के तस्करी के सामान जब्त किये जा चुके हैं. रेलवे में बिना किसी नियम का पालन और समुचित जांच किये बगैर ही पार्सल की बुकिंग कर दी जाती है.
इस वजह से धड़ल्ले से इन ट्रेनों में विदेशी सामानों की तस्करी हो रही है. केंद्रीय कस्टम विभाग के स्तर पर पिछले दिनों ट्रेनों में छापेमारी करके बड़े स्तर पर तस्करी वाले सामान जब्त किये गये हैं. कस्टम के स्तर पर तस्करी से जुड़े पूरे मामले की जांच के बाद कई अहम तथ्य सामने आये हैं. रेलवे सामान बुक करते समय सिर्फ एक लाइन यह लिख कर अपनी जिम्मेवारी से मुक्त हो जाता है कि ‘संबंधित व्यक्ति के अनुसार इसमें मौजूद सामान ये हैं’. पार्सल बुक करने से पहले न तो इसकी जांच होती है और न ही इससे जुड़े किसी नियम का ही पालन होता है.
बिल्टी नंबर समेत कई अहम कागजात गलत होते हैं
तस्करी के सामानों की बुकिंग बिना किसी सही नाम और पता के होती है. नाम-पता गलत होने के अलावा इन सामानों के साथ कोई आइडी प्रूफ या किसी तरह का कोई पहचान पत्र तक नहीं रहता है. इसके अलावा 50 हजार से अधिक मूल्य के सामान में इ-वे बिल तक नहीं होता है. बिल्टी नंबर समेत अन्य कई अहम कागजात गलत होते हैं. सामान किसके पास जायेगा, उसका नाम-पता तक गलत होता है. इस तरह सरकार की आयात कर और जीएसटी को जमा किये बगैर ही इन सामानों को पार्सल के जरिये भेजा जाता है.
आने वाले दिनों में छापेमार कार्रवाई और तेज की जायेगी. नॉर्थ-इस्ट की ट्रेनों पर विशेष नजर है. सबसे ज्यादा विदेशी सामानों की तस्करी इस रूट में ही होती है. कस्टम मुस्तैदी से काम कर रहा है.
वेद प्रकाश शुक्ला (आयुक्त, कस्टम विभाग)
सबसे ज्यादा यहां से तस्करी
तस्करी के सामान में सबसे ज्यादा सिगरेट, काली मिर्च, जूते, सुपारी और जूते शामिल होते हैं. अधिकांश सामान गुवाहाटी से नई दिल्ली के लिए बुक होते हैं.
नॉर्थ-इस्ट राज्यों की खुली सीमा से ये सभी सामान चोरी-छिपे बिना किसी टैक्स के चीन, म्यांमार, वियतनाम, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया समेत अन्य देशों से सीमावर्ती शहरों तक आते हैं. फिर यहां से ये गुवाहाटी तक आते हैं. इसके बाद ट्रेनों से इसे नई दिल्ली समेत अन्य शहरों में भेजा जाता है. बिहार नार्थ-इस्ट की ट्रेन रूट का ट्रांजिट प्वाइंट होने से यहां से गुजरती हैं.
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