पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत राज्य के सभी मंत्रियों की संपत्ति का ब्योरा सोमवार को सार्वजनिक कर दिया गया. सरकारी बेवसाइट पर अब कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों की संपत्ति की जानकारी हासिल कर सकता है. लगातार नौवां साल सभी मंत्रियों की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक किया गया है.
यह जानकारी मंत्रिमंडल सचिवालय की वेबसाइट पर अपलोड की गयी है. अपलोड की गयी जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री से ज्यादा अमीर उनके पुत्र निशांत हैं. उनके पास पिता से ज्यादा चल और अचल संपत्ति तो है ही, वह 2016 मॉडल की एक हुंडई ग्रांड आई-10 कार के मालिक भी हैं. उनके पास मौजूद तमाम संपत्ति उन्हें अपनी स्वर्गीय मां की वसीयत से भी प्राप्त हुई है. इसके अलावा उन्हें पुश्तैनी संपत्ति भी मिली हुई है. हालांकि, सीएम के पास भी 2015 मॉडल की एक फोर्ड इको स्पोर्ट्स कार है, जिसकी वर्तमान कीमत 11 लाख 32 हजार 753 रुपये भी है. सीएम के पास नकद 40,039 रुपये है. पिछले साल उनके पास 46,550 रुपये नकद था. बेटे के पास नकद 4697 रुपये है. नकद से ज्यादा उनके बैंक खाते में रुपये जमा हैं.
मुख्यमंत्री के पास 16 लाख 18 हजार 947 रुपये की चल और 40 लाख की अचल संपत्ति है, जबकि बेटे निशांत के पास एक करोड़ 29 लाख 88 हजार 565 रुपये की चल और एक करोड़ 48 लाख 81 हजार 694 रुपये की अचल संपत्ति है. पिछल साल निशांत के पास एक करोड़ 18 लाख रुपये की चल संपत्ति थी. सीएम के तीन बैंक खातों में करीब साढ़े 42 हजार रुपये हैं, जबकि बेटे के चार बैंक खातों में करीब 88 लाख रुपये जमा हैं. उन्होंने दो लाख 38 हजार मूल्य का म्यूचल फंड भी ले रखा है. 20 लाख 41 हजार रुपये का जीवन बीमा भी ले रखा है. सीएम के पास 51, 600 रुपये मूल्य की दो सोने और एक चांदी की अंगूठी है, जबकि निशांत के पास 12 लाख 25 हजार के सोना और चांदी के गहने हैं. इसमें 82 चांदी के सिक्के भी शामिल हैं. पिता और पुत्र दोनों पर किसी तरह की देनदारी या अन्य कोई कर्ज नहीं है.
सीएम के नाम दिल्ली में एक फ्लैट, तो बेटे के पास पटना में प्लॉट
सीएम के पास नयी दिल्ली द्वारका में मौजूद संसद विहार सहकारिता ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में एक हजार वर्गफुट का एक फ्लैट भी है, जिसे उन्होंने 13,78000 रुपये में खरीदा था और वर्तमान में इसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये है. वहीं, बेटे के पास पटना के कंकड़बाग स्थित पीसी हाउसिंग सोसाइटी में करीब ढाई हजार वर्गफुट का एक प्लॉट है. उनके बेटे के पास पैतृक गांव कल्याण बिगहा (हरनौत, नालंदा) में छह एकड़ 62 डिसमिल से ज्यादा कृषि भूमि के अलावा 62 डिसमिल जमीन भी है. इनका वर्तमान में बाजार मूल्य एक करोड़ 18 लाख 40 हजार से ज्यादा है. कल्याण बिगहा में दो अन्य जमीन भी उनके नाम पर है. बख्तियारपुर में भी बेटे के नाम पर जमीन है, जिसका वर्तमान मूल्य 21 लाख 77 हजार है.
CM नीतीश से आगे निकले डिप्टी सीएम सुशील मोदी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने भी अपनी संपत्ति का ब्यौरा घोषित कर दिया है. सुशील मोदी के पास आधा किलो सोना के साथ ही नोएडा में फ्लैट भी है. नगद के मामले में सुशील मोदी सीएम से आगे हैं. 2018 की तो डिप्टी सीएम के पास कैश 46 हजार 600 रुपये हैं. वहीं उनकी पत्नी के पास 38 हजार 500 रुपये हैं. डिप्टी सीएम के पास 1 करोड़ 40 लाख 9 हजार, 266 रुपये की चल व अचल संपत्ति है. वहीं पत्नी के पास 1 करोड़ 51 लाख 40 हजार, 548 रुपये की चल व अचल संपत्ति है. वहीं, देनदारी की बात करें तो सुशील मोदी के पास 17 लाख 54 हजार 200 रुपये का कर्ज है. सुशील मोदी और उनकी पत्नी के पास कुल मिलाकर साढ़े पांच सौ ग्राम सोना है. गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में सुशील मोदी के पास रहने के लिए एक फ्लैट है. इसके अलावा सुशील मोदी के पास स्विफ्ट मिलेनियम कार भी है.
मंत्रियों की संपत्ति का ब्योरा
प्रदेश सरकार में उद्योग और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह के पास 7129062 रुपये की चल व अचल संपत्ति है. इसमें उनके पास 1633062 रुपये की चल और 5496000 रुपये की अचल संपत्ति है. उनके पास 0.32 बोर का पिस्टल और एक राइफल है. पत्नी और बच्चों के पास कुल 2557753 की चल संपत्ति है. मंत्री के पास एक फॉरच्युनर और एक मारूती कार है.
जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के पास कुल 54736730 रुपये की संपत्ति है. उनके पास एक कार, एक एनपी बोर पिस्टल, और एक लाइफल भी है. उनकी पत्नी रेणु देवी के पास 3623492 रुपये की चल संपत्ति है. इसमें 50 तोला सोना-चांदी की ज्वेलरी शामिल है.
पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत और उनकी पत्नी के पास कुल करीब दो करोड़ की संपत्ति है. इसमें 1.5 करोड़ कीमत की सिर्फ जमीन ही है. पंचायती राज मंत्री के बैंक खाते में करीब 32 लाख रुपये जमा हैं. उनके पास सुमो गोल्ड और टवेरा गाड़ी है. वही उनके पास 64 हजार रुपये के सोने चांदी है. उनकी कुल संपत्ति 1.30 करोड़ जबकि उनकी पत्नी के पास कुल 70 लाख की संपत्ति है. पंचायती राज मंत्री के पास 47 हजार जबकि उनकी पत्नी के पास 35 हजार रुपये कैश है.
नगर विकास एवं आवास मंत्री के पास कुल 3.60 करोड़ तो उनकी पत्नी के पास 3.18 करोड़ की आवासीय व व्यावसायिक संपत्ति है.
सूबे के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव पर किसी भी प्रकार का कर्ज नहीं है. पिछले साल की तुलना में उनकी पास नगदी भी कम हो गयी है. 2018 में इनके पास नगद 15 हजार है जबकि पिछले साल 17200 था. सरकारी गाड़ी पर चलने वाले मंत्री एक स्कूटर के मालिक हैं जिसका बाजार मूल्य पांच हजार है. इनके पास 41 लाख से अधिक की चल संपत्ति है. इसमें 15 हजार नगद भी शामिल है. बैंको में इनके खाते और एफडी में 33 लाख से अधिक जमा है. इनके पास 4.35 लाख का एनएससी भी है. आभूषण के नाम पर सौ ग्राम सोना का आभूषण है जिसकी कीमत 3.20 लाख है. 350 ग्राम चांदी के आभूषण की कीमत 14385 रुपया है. इनके पास 55 लाख की अचल संपत्ति है.
सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार 75 हजार 255 रुपये कैश के साथ रिवाल्वर और राइफल भी रखते हैं. दोनों लाइसेंसी हथियार उनके गृह थाना सिलाव के पते पर हैं. इसमें रिवाल्वर की कीमत 55 हजार और राइफल की कीमत 50 हजार रुपये है. उनके दो बैंक खातों में करीब सवा आठ लाख रुपये जमा हैं. इनकी पत्नी के पास 91 हजार 251 कैश और पांच खातों में करीब पांच लाख 70 हजार रुपये जमा हैं. मंत्री के पास दो गाड़ियां हैं.
परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला लगभग 14 लाख की टाटा सफारी पर चढ़ते हैं, लेकिन उनके पास नगद नहीं है. अपनी संपत्ति का दिये गये ब्योरा में उनके, उनकी पत्नी मंजू कुमारी, आश्रित करिश्मा कुमारी व दोनों बेटे शुभम व संगम के पास भी नगद नहीं है. खुद मंत्री के पास जेवरात के नाम पर कुछ नहीं है. जबकि, उनकी पत्नी मंजू कुमारी के पास लगभग दो लाख के जेवरात है. मंत्री के पास टाटा सफारी के अलावा चार लाख 77 हजार चल संपत्ति है. इसमें बैंक में जमा लगभग दो लाख व ढाई लाख का राइफल, पिस्टल, फ्रिज, कूलर सहित अन्य सामान है. अचल संपत्ति में 50 लाख की खेती योग्य भूमि है. गैर कृषि भूमि 22.80 लाख का है. आवासीय घर की कीमत 11 लाख की है. पत्नी मंजू कुमारी के बैंक में 15 हजार जमा है. गैर कृषि भूमि व आवासीय घर की कीमत 40 लाख है.