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अंधेरे में कोहराम : कोसी एक्सप्रेस में डकैती, दर्जनभर यात्रियों को जख्मी कर 40 लोगों से मोबाइल, कैश व सामान लूटे

पटना : सहरसा से पटना आ रही कोसी एक्सप्रेस में डकैतों ने धावा बोल दिया है. बंकाघाट से ट्रेन खुलने के बाद दीदारगंज ओवरब्रिज के पास ट्रेन को रोक लिया. इस दौरान रात के अंधेरे में करीब 9.30 बजे ट्रेन रोककर करीब दो दर्जन हथियारबंद डकैत ट्रेन के कोच में घुस गये. इस दौरान यात्रियों […]

पटना : सहरसा से पटना आ रही कोसी एक्सप्रेस में डकैतों ने धावा बोल दिया है. बंकाघाट से ट्रेन खुलने के बाद दीदारगंज ओवरब्रिज के पास ट्रेन को रोक लिया. इस दौरान रात के अंधेरे में करीब 9.30 बजे ट्रेन रोककर करीब दो दर्जन हथियारबंद डकैत ट्रेन के कोच में घुस गये. इस दौरान यात्रियों पर लोहे की रॅड से हमला बोल दिया गया. हमले में करीब एक दर्जन लोगों का सिर फूट गया और सभी यात्री दहशत में आ गये. ट्रेन में चीख-पुकार मच गया. डकैतों ने करीब आधे घंटे तक ट्रेन में कोहराम मचाया. इस दौरान करीब 40 यात्रियों से लूटपाट किया. डकैतों ने यात्रियों का मोबाइल फोन, पर्स, बैग कपड़े और कीमती सामान लूट लिया और मौके से फरार हो गये.

पुलिस के पहुंचने तक अंधेरे में ट्रैक पर चीखते रहे यात्री

घटना के सूचना तत्काल बंकाघाट जीआरपी को दी गयी. इस पर जीआरपी प्रभारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं रेल एसपी अशोक कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे. घटना में घायल यात्रियों का प्राथमिक उपचार कराया गया और करीब 10.30 बजे ट्रेन पटना के लिए रवाना की गयी. जीआरपी ने घायल यात्रियों का बयान लिया है. यात्रियों ने बताया कि बंकाघाट से ट्रेन खुली थी. इसके बाद जैसे ही ट्रेन दीदारगंज ओवरब्रिज के पास पहुंची अचानक ट्रेन रुक गयी. इसके बाद डकैत ट्रेन में घुस गये और लूटपाट शुरू कर दिया. सबसे पहले डकैतों ने यात्रियों का मारना शुरू कर दिया. इससे सभी लोग डर गये और जिसके पास जो कुछ भी था वह डकैतों को दे दिया. करीब आधे घंटे तक लूटपाट करने के बाद डकैत ट्रेन से कूदकर भाग गये.

भारतबंद के कारण लेट हुई थी ट्रेन

दरअसल कोसी एक्सप्रेस सोमवार को लेट थी. ट्रेन का पटना जंक्शन पहुंचने का टाइम सुबह 10.30 बजे का है. इसके बाद यही ट्रेन पटना जंक्शन से हटिया के लिए जाती है. लेकिन, सोमवार को भारत बंद होने के कारण ट्रेन को कई जगहों पर रोका गया था. परिचालन बाधित था, इसलिए ट्रेन लेट थी. यह ट्रेन करीब 9.20 बजे बंकाघाट से खुली थी. अभी दीदारगंज ओवरब्रिज के नीचे पहुंची थी कि ट्रेन को रोक कर लूटपाट किया गया. यात्रियों की मानें में बंकाघाट में ही कुछ डकैत ट्रेन में चढ़ गये थे. जबकि, बाकी गैंग के सदस्य ओवरब्रिज के नीचे थे. ट्रेन में मौजूद डकैतों ने चेन पोलिंग करके ट्रेन को रोक दिया और फिर उनके साथी ट्रेन में चढ़ गये. फिर जमकर लूटपाट की गयी है.

लूटपाट के बाद फायरिंग करते भागे डकैत यात्री को रिवाल्वर के बट से मारा

ट्रेन में डकैती के बाद दो यात्रियों ने पटना साहिब जीआरपी को अपना बयान दर्ज कराया है. इनमें पूर्णिया का अमित कुमार सुमन और गौतम कुमार शामिल हैं. अमित कुमार ने बताया कि वह परीक्षा देने के लिए पटना आ रहे थे. भारत बंद के कारण ट्रेन बदलाघाट स्टेशन पर शाम चार बजे तक खड़ी रही. इसके बाद 9:30 बजे बंकाघाट आयी है. उन्होंने बताया कि डकैत फतुहा और बंकाघाट में ट्रेन में चढ़े हैं और इंटरसिटी में कनेक्टिंग कोच होने के कारण करीब 40 यात्रियों से लूटपाट की. इस दौरान उनके साथ छात्र गौतम कुमार भी थे. डकैत उनके मोबाइल फोन लूट रहे थे. जब उन्होंने विरोध किया, तो रिवाल्वर के बट से मारकर उनका सिर फोड़ दिया गया और दीदारगंज ओवरब्रिज के पास चेन पोलिंग करके ट्रेन से उतर गये. फतुहा के रहने वाले पवन को भी सिर में चोट आयी है. सभी डकैतों ने ट्रेन पर पत्थरबाजी और फायरिंग करते हुए भाग गये. सभी घायलों को पटना साहिब रेलवे स्टेशन पर उतारा गया है. पटना साहिब जीआरपी के प्रभारी प्रद्युमन सिंह ने बताया कि घायल यत्रियों का बयान लिया गया है. केस दर्ज किया जा रहा है.

क्या कहते हैं अधिकारी

पटना के रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कोसी एक्सप्रेस में लूटपाट की गयी है. मौके का मुआयना कर तीन स्पेशल टीमें बनायी गयी हैं. रात में ही छापेमारी शुरू कर दी गयी है. बहुत जल्द डकैत पकड़ लिये जायेंगे. कुछ यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं, लेकिन लूटपाट ज्यादा नहीं हुई है. कुछ लोगों का मोबाइल फोन लूटा गया है. जीआरपी मामले की छानबीन में जुटी है.

पहले भी पटना-मोकामा रेलखंड पर टारगेट करते रहे हैं ट्रेन डकैत

पटना-मोकामा रेलखंड पहले भी डकैतों के निशाने पर रहा है. अक्सर डकैतों का गैंग रात में धावा बोलता है. यह लोग ज्यादातर उन ट्रेनों को टारगेट करते हैं, जिनमें स्कॉर्ट पाटी नहीं चलती है. इसे लेकर ट्रेन में सफर करनेवाले लोग अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. वहीं, सुरक्षित सफर की व्यवस्था करना पुलिस के लिए भी चुनौती बनी है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो सभी ट्रेनों में सुरक्षा बल देना संभव नहीं है. अमूमन असामाजिक तत्व रेकी कर ऐसे ट्रेनों को टारगेट करते हैं, जिसमें सुरक्षा बल नदारद रहते हैं. केवल प्रमुख ट्रेनों में ही जवानों की ड्यूटी लगती है. खास कर जिस ट्रेन में वारदात हो चुकी है, उस ट्रेनों की सुरक्षा का खयाल रखा जाता है. इसका फायदा उठा कर अपराधी दूसरे ट्रेनों के यात्रियों को निशाना बना डालते हैं. अक्सर विलंब से चलनेवाली ट्रेनों में तालमेल के अभाव में पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं हो पाती. पैसेंजर ट्रेनें तो भगवान भरोसे ही चलती हैं. लूप लाइन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में अक्सर सुरक्षा व्यवस्था का अभाव रहता है.

बख्तियारपुर से पटना सिटी के बीच का इलाका डेंजर जोन

रामपुरडुमरा जंक्शन से राजेंद्र पुल और बख्तियारपुर से पटना सिटी के बीच का इलाका डेंजर जोन माना जाता है. रामपुर डुमरा से राजेंद्र पुल तक रेलवे लाइन के किनारे पूरी तरह से सन्नाटा रहता है. इसका फायदा अपराधियों को मिल जाता है. फतुहा के आसपास के इलाके में शराब माफिया सक्रिय हैं. ट्रेनों से शराब की तस्करी के साथ यात्रियों से छिनतई और लूटपाट आम बात हो गयी है. पुलिस की कड़ी कार्रवाई के बाद भी अपराधी ताबड़तोड़ वारदात कर रहे हैं.

हाल की घटनाएं

4 दिसंबर 2017 : टेकाबीघा झकरौटा के बीच दानापुर-राजगीर- तिलैया पैंसेजर में लूटपाट

4 दिसंबर 2017 : बाढ़ व मोकामा स्टेशन के बीच ब्रह्मपुत्र मेल में मारपीट से भगदड़

27 नवंबर 2017 : बख्तियारपुर व पटना सिटी के बीच आसनसोल-मुंबई एक्सप्रेस में लूटपाट

5 अक्तूबर 2017 : झमोर व मोकामा के बीच अपर इंडिया एक्सप्रेस में मारपीट

7 सितंबर 2017 : बाढ़ व मोर के बीच वक्रिमशीला एक्सप्रेस में मारपीट

6 सितंबर 2017 : पटना- सहरसा कोसी एक्सप्रेस में जम कर मारपीट

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