पटना : लैब टेक्नीशियनों की हड़ताल शुक्रवार को ही खत्म हो गयी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से 10 दिन के अंदर बिहार में मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन काउंसिल के गठन के आश्वासन के बाद टेक्नीशियनों ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया. लेकिन फैसला लेने के पहले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड़ताल का असर देखने को मिला. हालांकि पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन पैथोलॉजी जांच अधिक हुई. दिन के 11:30 बजे तक लैब में सभी तरह की जांच हुई. लेकिन बाद में हड़तालियों ने हंगामा कर लैब को बंद करा दिया.
पीएमसीएच का ब्लड बैंक, क्लिनिकल पैथोलॉजी लैब भी बंद करा दिये गये. पीएमसीएच में 11:30 बजे तक 40 प्रतिशत मरीजों की जांच हुई, लेकिन 60 प्रतिशत मरीज बिना जांच के ही लौटे. ऐसे में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. खास कर डेंगू, बुखार और चिकनगुनिया के मरीजों को जांच कराने में परेशानी हुई. अपनी मांग को लेकर पटना सहित पूरे बिहार में करीब 12 हजार लैब टेक्नीशियन हड़ताल पर थे. हालांकि टेक्नीशियनों ने 6 से 13 सितंबर तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था. लेकिन शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग में प्रधान सचिव कार्यालय में बैठक के बाद जब मांगें पूरी करने का आश्वासन मिला, तो हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया गया. टेक्नीशियन बिहार में मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन काउंसिल के गठन की मांग को लेकर हड़ताल पर थे.