पटना : राज्य के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए शिक्षा विभाग बांका मॉडल को लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है. इस मॉडल को शुरुआती स्तर पर मंजूरी दे दी गयी है. इसे लागू करने की लगभग तैयारी भी विभागीय स्तर पर शुरू हो गयी है. बांका मॉडल को वहां के जिलाधिकारी ने अपने स्तर पर तैयार करवाया है. इसमें आईआईटी के छात्रों ने अलग-अलग क्लास में पढ़ाई के लिए एक विस्तृत स्टडी मैटेरियल तैयार किया है. इसकी ऑडियो-वीडियो फाइल में तमाम शिक्षा सामग्री को समाहित किया गया है. इसे चलाने के लिए किसी इंटरनेट या ऑनलाइन जैसे किसी अन्य संसाधनों की जरूरत नहीं है.
जहां बिजली नहीं है, वहां भी इसे बैट्री की मदद से चलाया जा सकता है. सीधे टीवी सेट में पेन ड्राइव के सहारे इसे प्ले किया जा सकता है. इसके लिए सिर्फ एक टीवी की जरूरत पड़ेगी. साथ ही बिजली की वैक्लपिक व्यवस्था के लिए एक इंवर्रटर और बैट्री की जरूरत पड़ेगी. इसमें बेहतरीन और सरल तरीके से सभी विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है, जिसे समझने में भी किसी छात्र को कहीं से कोई दिक्कत नहीं आयेगी. फिर भी अगर किसी छात्र को कुछ पूछना है,
तो इसके लिए एक व्हाट्स एप ग्रुप बनाया गया है. इसमें प्रश्न करने पर इसका तुरंत ही समाधान प्राप्त हो जाता है. इस मॉडल को बेहतरीन और प्रभावी मानते हुए इसे नये इनोवेशन के लिए चुना गया था. केंद्र सरकार ने इसके लिए बांका डीएम को इनोवेशन अवार्ड से सम्मानित भी किया है. अब इस मॉडल को सभी स्कूल में लागू करने पर विचार किया जा रहा है.