पटना : मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) एक बार फिर आज मुजफ्फरपुर पहुंची. जहां, सीबीआई ने मामले से संबंधित दस्तावेज और सबूत स्थानीय पुलिस से अपने कब्जे में ले लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने बिहार के भागलपुर में बाल गृह के पूर्व अधीक्षक प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. प्रदीप शर्मा पर आरोप है कि रिपोर्ट में गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद भी कोई कार्रवाई उनके तरफ से नहीं की गयी.
Muzaffarpur Shelter Home incident: CBI has taken all documents and evidences from local police and administration. CBI is getting in touch with TISS team who audited the shelter home in Muzaffarpur.
Muzaffarpur Shelter Home incident: CBI has taken all documents and evidences from local police and administration. CBI is getting in touch with TISS team who audited the shelter home in Muzaffarpur.
— ANI (@ANI) August 6, 2018
https://twitter.com/hashtag/Bihar?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
Bhagalpur Shelter Home Case: Former Superintendent of Bhagalpur Shelter Home Pradeep Sharma has been arrested. TISS (Tata Institute of Social Sciences) in its social audit report had mentioned that arrangements for children at the shelter home were not good. #Bihar
— ANI (@ANI) August 6, 2018
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Muzaffarpur shelter home case: A team of Central Bureau of Investigation (CBI) has reached Muzaffarpur for further investigation after getting all documents from Social Welfare Department, Patna and TISS (Tata Institute of Social Sciences) in connection with the case. #Bihar
— ANI (@ANI) August 6, 2018
वहीं, मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में सीबीआई जांच टीम को रेप कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर कॉल की डिटेल्स भी मिल गयी हैं, जिसके आधार पर आगे की पूछताछ की जायेगी. सीबीआई की टीम संस्था का सोशल ऑडिट करने वाली टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस के भी संपर्क में है. कॉल डिटेल्स और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर सीबीआई ठाकुर से पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को ब्रजेश ठाकुर के तीन मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स मिली हैं. बड़ी बात ये है कि तीनों मोबाइल में तमाम कॉल्स ऐसी हैं जो साफ करती हैं कि ठाकुर मुजफ्फरपुर से लेकर पटना तक कई सफेदपोश लोगों के संपर्क में रहता था. बालिका गृह के संरक्षक ब्रजेश ठाकुर से सीबीआई अब इन कॉल्स के आधार पर बातचीत का ब्योरा मांगेगी. इसके अलावा सीबीआई को कुछ और अहम सबूत भी मिले हैं. जांच टीम ने समाज कल्याण विभाग से ठाकुर के एनजीओ से जुड़े पांच साल के दस्तावेज मांगे थे, जो उसे मिल गये हैं.
सूत्रों की माने तो दस्तावेजों से साफ पता चलता है कि ब्रजेश ठाकुर के तमाम एनजीओ को फंड देने के लिए नियमों को ताक पर रखा गया. अहम सबूत मिलने के बाद सीबीआई ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से पूछताछ के लिए संपर्क किया है. सूत्रों के मुताबिक एक-दो दिन में सभी आरोपियों से पूछताछ की जायेगी. माना जा रहा है कि कॉल डिटेल्स और फंड में नियमों के उल्लंघन की बात सामने आने के बाद ब्रजेश ठाकुर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.