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पटना : एडमिशन के समय जारी होनी चाहिए छात्रों की लिस्ट
पटना : आनंद कुमार के सुपर 30 के खिलाफ युवाओं ने मोर्चा खोला है. रविवार को आनंद कुमार के यहां ही काम करने वाले विद्यानंद ने कहा कि सुपर 30 नॉर्थ कोरिया है. यहां अंदर क्या हो रहा यह किसी को पता नहीं चलता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि पिछली बार सुपर 30 […]
पटना : आनंद कुमार के सुपर 30 के खिलाफ युवाओं ने मोर्चा खोला है. रविवार को आनंद कुमार के यहां ही काम करने वाले विद्यानंद ने कहा कि सुपर 30 नॉर्थ कोरिया है. यहां अंदर क्या हो रहा यह किसी को पता नहीं चलता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि पिछली बार सुपर 30 में केवल 22 लड़के ही थे. लेकिन जेईई एडवांस का रिजल्ट आया तो, आईआईटी में 30 में से 26 छात्रों को सफल होने का दावा किया गया था. देखें तो अभी मात्र तीन लोगों का ही आईआईटी में एडमिशन हो सका है.
बाकी छात्र कहां हैं इसकी जानकारी आनंद सर को उपलब्ध करानी चाहिए. विद्यानंद ने कहा कि इस बार महज तीन ही जेईई एडवांस में क्वालीफाई कर पाये हैं. आनंद कुमार की ओर से ओनीरजीत गोस्वामी, सूरज कुमार, यश कुमार व सूर्यकांत के नाम सार्वजनिक किये गये थे, लेकिन सूरज कोटा स्थित एक कोचिंग संस्थान का छात्र है. ओनीरजीत ही सुपर-30 का छात्र है, अन्य तीन जेईई मेन के बाद दूसरे संस्थान से आये थे.
गवर्नर व सीएम से इस संबंध में की जायेगी मुलाकात : िदव्यांशु
पटना विवि छात्र संघ के अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज ने कहा कि कोई भी कोचिंग हो, चाहे आनंद सुपर 30 या अभ्यानंद या कोई और. सभी कोचिंग को एडमिशन के बाद लिस्ट जारी करनी चाहिए. इस संबंध में राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात की जायेगी.
कोचिंग एक्ट को सख्ती से लागू कराने के लिए मुहिम शुरू होगा. सभी कोचिंग एडमिशन के बाद सरकार को स्टूडेंट्स का लिस्ट सौंप दे. ताकि, आईआईटी या नीट रिजल्ट आने के बाद सभी कोई लिस्ट देख सकता है कि किस कोचिंग के छात्रों का प्रदर्शन कैसा रहा है. यह पारदर्शिता लानी होगी. कोई भी दूसरा कोचिंग सफल छात्रों पर दावा नहीं कर सकता है.
गरीब बच्चों के नाम पर हो रहा है खेल : विद्यानंद ने कहा कि सुपर 30 में 30 बच्चों की बात कि जाती है, वो चिह्नित नहीं होते हैं. बल्कि अंत में उनका जुगाड़ किया जाता है. दुर्भाग्यवश 2018 में आनंद कुमार द्वारा जुगाड़ का भी कार्यक्रम असफल हो गया और उनकी स्थिति विस्मय और हास्य हो गयी. यह पूरा खेल गरीब बच्चों के नाम पर हो रहा है. सही से क्लास नहीं चलता है. कब क्लास होगा इसका पता किसी बच्चों को नहीं रहता है. यहां केमिस्ट्री के शिक्षक नहीं है.
जेईई मेन के बाद लाया गया था स्टूडेंट्स को
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश पटेल, चंद्र भास्कर, आशीष पुष्कर ने कहा कि जेईई मेन के बाद 15-20 बच्चे कोटा या अन्य दूसरे शहरों के कोचिंग संस्थान से लाये गये थे. आदित्य व शेखर 2017-2018 दोनों के सेलिब्रेशन में मौजूद थे.
लेकिन दोनों का ही नामांकन आईआईटी में नहीं हो सका है. रामकुमार, अर्पित, रजत, प्रिंस राजू, दीपक, सूरज, अभिषेक आदि सुपर-30 के मूल विद्यार्थी थे, जो जेईई एडवांस क्वालीफाई नहीं कर सके. आनंद कुमार क्लास में कहते थे कि फिल्म में भी काम का मौका मिलेगा.
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