पटना: रायपुर जाने के लिए संजय राणो पटना जंकशन के स्लीपर क्लास वेटिंग रूम (पुरुष) ने अपने परिवार के साथ बैठे थे. गरमी व ऊमस में पसीने से लथपथ कभी अपने बच्चे को तौलिया घुमा कर गरमी से बचाने की कोशिश करते, तो कभी प्लेटफॉर्म पर निकल कर पेपर झलते. लेकिन, इससे भी कोई राहत नहीं.
एसी लगे वेटिंग हॉल में ऊमस है, तो बाहर प्लेटफॉर्म पर भी राहत नहीं. गरमी से सिर्फ संजय राणो ही परेशान नहीं थे, बल्कि इनके जैसे हजारों यात्री हैं, जो वेटिंग हॉल व प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के इंतजार में बैठे थे. दरअसल, शनिवार की रात जंकशन को बिजली आपूर्ति करनेवाला ट्रांसफॉर्मर बैठ गया था. इससे प्लेटफॉर्म, अनारक्षित टिकट काउंटर हॉल और पूछताछ काउंटर हॉल के पंखे शनिवार की रात से रविवार शाम छह बजे तक बंद रहा. जबकि जंकशन के सभी कार्यालयों में बिजली आपूर्ति हो रही थी.
हाथ पंखे का सहारा
प्लेटफॉर्म पर कहीं भी यात्रियों को पंखे की हवा नसीब नहीं हो रही थी. महिलाएं, बच्चे, बूढ़े व जवान हर किसी का हाल गरमी से बेहाल था. कोई ताड़ का, प्लास्टिक का पंखा झल रहा था तो कोई पेपर और रूमाल से. प्लेटफॉर्म पर जहां-तहां लोग किसी तरह उठ कर बैठ कर ट्रेन के आने का इंतजार कर रहे थे.
सुधि लेनेवाला कोई नहीं
प्लेटफॉर्म संख्या एक पर आरएमएस, आरपीएफ, टिकट परीक्षक, मुख्य निरीक्षक टिकट, स्टेशन प्रबंधक आदि कार्यालयों में बैठे अधिकारी और कर्मचारी पंखे की हवा खाकर कूल-कूल हो रहे थे, तो गरमी से बेचैन यात्रियों की सुधि लेनेवाला कोई न था.
दिन भर बंद रहे टीवी
जंकशन के प्लेटफॉर्म पर लगे डिसप्ले बोर्ड व टीवी दिन भर बंद रहे. डिसप्ले बोर्ड पर यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों के आने की स्थिति की जानकारी मिलती है. डिसप्ले बंद होने की वजह से यात्रियों को पूछताछ काउंटर व वहां लगे बड़े डिसप्ले बोर्ड का सहारा लेना पड़ा. बिजली नहीं रहने की वजह से स्लीपर क्लास वेटिंग रूम (पुरुष) के छह पंखे बंद थे, जबकि अन्य पंखे इमरजेंसी बिजली द्वारा चालू थे.