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पटना : नौकरी के लिए सड़क पर फूटा आक्रोश
पटना : तकनीकी छात्र संगठन के बैनर तले बीटेक छात्रों ने शुक्रवार को चितकोहरा गोलंबर से आक्रोश मार्च निकाला. पूर्व घोषणा के अनुसार छात्र विधानसभा की ओर जा रहे थे. उसी दौरान उन्हें गर्दनीबाग स्थित गेट के पास मौजूद पुलिसकर्मियों ने आगे बढ़ने से रोक दिया. उसके बाद छात्रों ने गेट के पास धरना-प्रदर्शन किया […]
पटना : तकनीकी छात्र संगठन के बैनर तले बीटेक छात्रों ने शुक्रवार को चितकोहरा गोलंबर से आक्रोश मार्च निकाला. पूर्व घोषणा के अनुसार छात्र विधानसभा की ओर जा रहे थे.
उसी दौरान उन्हें गर्दनीबाग स्थित गेट के पास मौजूद पुलिसकर्मियों ने आगे बढ़ने से रोक दिया. उसके बाद छात्रों ने गेट के पास धरना-प्रदर्शन किया व अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाये. बीटेक छात्र बिहार स्टेट पॉवर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) में जूनियर इंजीनियर (जेई) तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षक नियुक्ति में शामिल करने समेत अन्य मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि बीएसपीएचसीएल जेई पद पर नियुक्ति के लिए केवल पॉलिटेक्निक की योग्यता रखी गयी है. जबकि, न्यूनतम योग्यता जरूर निर्धारित होती है, लेकिन अधिकतम योग्यता की सीमा नहीं होनी चाहिए. धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र विभागीय मंत्री से मिलना चाह रहे थे. लेकिन, उपस्थित दंडाधिकारी द्वारा विभागीय मंत्री से समय लेकर बात कराने का आश्वासन दिया गया.
पटना. बिहार पुलिस चयन पर्षद के कांस्टेबल भर्ती में लड़कों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने हड़ताली मोड़ से मार्च निकाला. गांधी मैदान पर जाकर यह खत्म हुआ. इस दौरान अभ्यर्थी डाकबंगला चौराहे पर पहुंचे. वहां जाम की स्थिति हो गयी. पुलिस ने समझा-बुझा कर हटाया, तो प्रदर्शनकारी डाकबंगला से जेपी गोलंबर गांधी मैदान की ओर बढ़ गये. हालांकि, जेपी गोलंबर पर गांधी मैदान थानाध्यक्ष दीपक कुमार पहले से मौजूद थे और आगे बढ़ने से रोक दिया. मार्च का जेपी गोलंबर पर ही समापन हो गया.
छात्रों का आरोप था कि कांस्टेबल भर्ती में लड़काें की अनदेखी की गयी और 80% सीटों पर लड़कियों को जगह दी गयी. साथ ही सामान्य वर्ग को मात्र 64 सीटें दी गयी और ओबीसी, एससी-एसटी छात्रों की भी अनदेखी की गयी.
तकनीकी छात्र संगठन के संयोजक सौरभ पटेल ने अपना आक्रोश जताते हुए कहा कि जब अतिथि शिक्षक की बहाली में बीटेक वालों को शामिल नहीं करना था तो ऐसी योग्यता वाले छात्रों को फॉर्म क्यों भरने दिया गया. इन फॉर्मों को भरने के लिए छात्र तीन-तीन घंटे तक लाइन में लगे रहे. छात्रों को कई जिलों का चक्कर काटना पड़ा और अंत में जब मेरिट लिस्ट जारी की गयी तो उसमें बीटेक अभ्यर्थियों को शामिल ही नहीं किया गया. वहीं, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मो गुलफराज ने कहा कि पिछले वर्ष जब बीटेक के छात्र बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के जेई की बहाली में फॉर्म भर सकते हैं, तो बिना नियमावली बदले इस वर्ष बीटेक योग्यता वालों को फॉर्म भरने से क्यों रोका जा रहा है?
बीएसपीएचसीएल समेत राज्य में सभी जेई बहाली में बीटेक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को शामिल किया जाये n अतिथि शिक्षक बहाली में बीटेक/एम टेक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को शामिल किया जाये n हर साल राज्य में असिस्टेंट इंजीनियर व जूनियर इंजीनियर की नियुक्ति निकालना सुनिश्चित किया जाये n राज्य के इंजीनियरिंग छात्रों को रोजगार मुहैया कराया जाये n बिहार में होनेवाली सभी प्रकार की नियुक्ति में राज्य के विद्यार्थियों के लिए 90 प्रतिशत सीट आरक्षित रखी जाये n राज्य के सभी तकनीकी कॉलेजों में मूलभूत सुविधाएं जल्द-से-जल्द उपलब्ध करायी जाये n असिस्टेंट इंजीनियर की सभी नियुक्ति में लिखित परीक्षा ली जाये
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