पटना : पटना के सरकारी तंत्र में दलालों की जड़ें काफी गहरी हैं. ये दलाल बड़े-से-बड़े काम को चुटकी बजा कर करा देते हैं. खास कर पटना के डीटीओ कार्यालय से जुड़े दलाल तो लग्जरी गाड़ियों का ट्रांसफर भी फर्जी कागजात के आधार पर करा रहे हैं. बात साफ है गाड़ी के मालिक को भनक तक नहीं लगेगी, उसकी गाड़ी दूसरे के नाम हो जायेगी.
बिल्कुल इसी तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है. दरअसल गोपालगंज के भाजपा नेता स्व कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही ने आरोप लगाया है कि डीटीओ कार्यालय और बीमा कंपनी की मिलीभगत से उनकी गाड़ी फर्जी तरीके से दूसरे के नाम ट्रांसफर हो गयी है. उन्होंने इस मामले में गांधी मैदान थाने में केस दर्ज कराया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. फर्जी कागजात के आधार पर स्कॉर्पियो गाड़ी के ट्रांसफर कराये जाने के मामले में गांधी मैदान पुलिस ने महिला के आवेदन पर पटना के डीटीओ अजय कुमार ठाकुर के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है.
गाड़ी का बीमा कराने पहुंची महिला, तो फर्जीवाड़े का खुला राज : दरअसल 19 मई, 2017 को गोपालगंज में भाजपा नेता कृष्णा शाही की हत्या कर दी गयी थी. उनकी पत्नी शांता शाही के पास स्कॉर्पियो गाड़ी है.
शांता शाही ने बुधवार को डीटीओ कार्यालय पर फर्जी कागजात बनाने का गंभीर आरोप लगाया है. दरअसल शांता शाही जब अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी, जिसका नंबर बीआर-01-पीबी-4906 है, का बीमा कराने पहुंचीं, तो वहां उन्हें बताया गया कि गाड़ी का बीमा हो चुका है. इतना सुनते ही उनका सिर घूम गया. वह भागी-भागी डीटीओ कार्यालय पहुंचीं.
महिला के पूर्व मैनेजर ने गाड़ी करायी अपने नाम : जब वह कार्यालय में पहुंची, तो पता चला कि उनके कारोबार की देखभाल करने वाले उनके पूर्व मैनेजर सुभाष राय ने गाड़ी अपने नाम करवा ली है. सुभाष राय, गोपालगंज के मिर्जापुर का रहने वाला है.
उसकी कारस्तानी जान कर शांता शाही जिला परिवहन पदाधिकारी से मिलीं. पूरे मामले की जानकारी दी. शांता शाही ने बताया कि 31 मार्च को ही उनकी गाड़ी का बीमा खत्म हो गया था. 11 जून को जब वह बीमा कराने गयीं, तो उन्हें पता चला कि गाड़ी सुभाष राय के नाम से रजिस्टर्ड हो गयी है. पता चला कि महिला के मृत पति के नाम पर एफिडेविट कर सारे फर्जी कागजात बनाये गये.
21 मई को हुआ फर्जीवाड़ा
यह फर्जीवाड़ा 21 मई को हुआ है. गाड़ी के दस्तावेज में सारे फर्जी कागजात लगे हैं. गाड़ी का बीमा 31 मार्च, 2018 को ही फेल हो गया था, लेकिन फर्जी कागजात में गाड़ी का बीमा 30 मई तक शो कर रहा है. ऐसा लग रहा है कि फर्जीवाड़े के इस खेल में बीमा कंपनी भी शामिल है. इस संबंध में पीड़िता शांता शाही ने गांधी मैदान थाने में शिकायत दर्ज करा दी है.
फर्जी कागजात किये गये निरस्त
यह मामला सही पाये जाने पर डीटीओ पदाधिकारी ने गाड़ी से संबंधित पूर्व के बने सभी कागजात निरस्त कर दिये हैं. फिर से सही कागजात बनाने का निर्देश भी दिया.