पटना: गरमी की तपिश बढ़ते ही बिजली की मांग भी बढ़ गयी है. बढ़ी मांग के अनुरूप राजधानी में बिजली आपूर्ति की जा रही है, लेकिन इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. दरअसल, पेसू क्षेत्र में डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम लचर है. पेसू क्षेत्र में पांच सौ से अधिक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगे हैं. इनमें करीब 60 प्रतिशत ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडेड हैं. इससे लो-वोल्टेज की समस्या के साथ-साथ फेज उड़ने की समस्या आम हो गयी है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हो रहे हैं.
योजना पूरी होती, तो नहीं बनती समस्या
पेसू क्षेत्र में ओवर लोडेड ट्रांसफॉर्मर को सामान्य करने के लिए प्रमंडल स्तर पर अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाये जाने की योजना बनायी गयी. ट्रांसफॉर्मरों की फ्यूज जलने व फेज उड़ने की समस्या से लोगों को निजात मिल सकें, इसके लिए अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गयी, लेकिन योजना अधर में ही लटकी हुई है. इस योजना के तहत 100 केवीए की जगह 220 केवीए और 220 केवीए की जगह 310 केवीए की ट्रांसफॉर्मर लगाया जाना था, जो पूरा नहीं हुआ है.
सब स्टेशन व फीडर की क्षमता बढ़ी
पूर्व में पेसू क्षेत्र में स्थापित पावर सब स्टेशन और फीडर भी ओवर लोडेड होता है, जिससे ब्रेक डाउन और शर्ट डाउन की समस्या बनती थी. इस समस्या को दुरुस्त करने के लिए पावर सब स्टेशनों में पांच एमवीए के पावर ट्रांसफॉर्मर की जगह दस एमवीए के पावर ट्रांसफॉर्मर लगाया गया. इससे पावर सब स्टेशन व फीडर से बिजली आपूर्ति सामान्य हो गयी है, लेकिन डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर से बिजली आपूर्ति गड़बड़ हो रही है.