पटना: राजधानी के सर्पेटाइन नाले के कई स्थानों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. इससे पानी का बहाव अवरुद्ध हो रहा है. इससे मॉनसून के दौरान कई इलाकों में जलजमाव की समस्या गहरा जाती है.
इस नाले को अवरुद्ध करने में सोन भवन के बगल व विधायक आवास के पीछे बने विवाह मंडप एक बड़ा कारण है. नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने शनिवार को नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है कि विवाह मंडप को ध्वस्त कर अतिक्रमण हटाया जाये. मालूम हो कि नगर आयुक्त ने सर्पेटाइन नाले पर किये गये अतिक्रमण को लेकर 25 फरवरी को नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक अभियंता निर्देश दिया था कि सर्वे कर उसकी नापी रिपोर्ट उपलब्ध कराये.
लेकिन, उन्होंने स्पष्ट रिपोर्ट नहीं दी. इसके पीछे कारण बताया गया कि नगर निगम की स्थापना से पूर्व ही नाले का निर्माण कराया गया था. पथ निर्माण विभाग के नक्शे का अध्ययन कर नगर आयुक्त ने पांच मई को धोबी घाट से लेकर बिहार राज्य खाद्य निगम के मुख्यालय, उपभोक्ता फोरम भवन, विधायक आवास, सोन भवन होते हुए एजी ऑफिस के पीछे तक निरीक्षण किया. इसमें स्पष्ट पाया गया कि सोन भवन के बगल और विधायक आवास के पीछे नाले पर ही विवाह मंडप बनाया गया है.
यही नहीं, सोन भवन की पार्किग वीरचंद पटेल पथ पर बना लिया गया है. इस बाबत नगर आयुक्त ने अपने निर्देश में कहा है कि विवाह मंडप के मालिक को नोटिस दें. इसके बाद भी वह नहीं हटाता है, तो निगम अपने संसाधन से विवाह मंडप ध्वस्त करेगा. उन्होंने पूरे नाले को अतिक्रमणमुक्त करने कर निर्देश दिया.