पटना : राजधानी के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन की दौड़ जारी है. स्कूलों द्वारा जारी चयन सूची के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. इसके बाद पहली से 11वीं कक्षा तक में एडमिशन के लिए पहुंच व पैरवी की जोर शुरू हो गया है. यहां तक कि स्कूलों में मंत्री व विधायक स्तर से भी फोन के माध्यम से एडमिशन की पैरवी आ रही है.
ऐसे में स्कूल भी यह देख रहे हैं कि किसे प्राथमिकता दी जाये और किसे नहीं. जिसे प्राथमिकता मिलेगी, उसे बुला कर बच्चे का एडमिशन लिया जायेगा. एक स्कूल के कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एडमिशन को लेकर हर दिन पैरवी आ रही है. इसमें ऊंचे स्तर की भी पैरवी शामिल है. हालांकि स्कूलों की ओर किसी राजनेता व उच्चाधिकारी का फोन कॉल आने के संबंध में पुष्टि नहीं की जा रही है.
बिचौलिये भी सक्रिय : इसके अलावा एडमिशन के खेल में बिचौलियों की भी सक्रियता बढ़ गयी है. स्कूल प्रबंधन के बीच अच्छी पहुंच होने का दावा कर अभिभावकों को एडमिशन करा देने का भरोसा दिलाते व मनमाना रकम वसूलते हैं. इसे देखते हुए स्कूल प्रबंधनों का रुख सख्त है. कई स्कूलों ने अपनी वेबसाइट समेत अपने गेट व नोटिस बोर्ड पर भी चेतावनी (नोटिस) चस्पां कर डाली है. इसमें ऐसे तत्वों से दूर रहने के लिए कहा गया है़
पूर्व में पकड़ा जा
चुका है बिचौलिया
पूर्व में एक बिचौलिये को पकड़ा गया था़ उसने स्कूल में एडमिशन शुल्क के अलावा अतिरिक्त रुपये खर्च करने की बात कही गयी थी. बात में जांच के क्रम में यह बात सामने आयी कि उस व्यक्ति द्वारा अभिभावक को झांसा देकर रुपये ऐंठने का प्रयास किया गया था.
प्रक्रिया के तहत
होता है एडमिशन
संत डॉमनिक स्कूल के निदेशक ग्लेन ग्लेस्टन ने बताया कि स्कूल में एडमिशन प्रक्रिया का संचालन सामान्य रूप से से किया जाता है. निर्धारित प्रक्रिया के तहत ही एडमिशन लिया जाता है. रही बात बिचौलियों की, तो अभिभावकों को ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है.