शांतिपूर्ण रही इंटरमीडिएट की परीक्षा, ओएमआर शीट पर असमंजस
पटना : इंटरमीडिएट की परीक्षा में शुरू होने के सवा घंटे में ऑब्जेक्टिव पेपर का ओएमआर शीट जमा ले लिये जाने पर परीक्षार्थियों ने परेशानी जतायी है. उन्होंने कहा कि पहले भी प्रश्नपत्र लीक या वायरल होने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं.
अत: इस बार प्रश्नपत्र के पैटर्न में बदलाव के समय ही इस नये नियम पर भी विचार कर लिया जाना चाहिए था. हालांकि बोर्ड का यह अच्छा प्रयास है, लेकिन पहले से जानकारी नहीं होने के कारण परेशानी हुई. पहली पाली में 50 नंबर के नॉन राष्ट्रभाषा व मातृभाषा के तीन वैकल्पिक विषय अंग्रेजी, मैथिली व उर्दू की परीक्षा थी. इसमें भी परेशानी हुई. परीक्षार्थी विकास राज, रंजन व अन्य ने बताया कि परीक्षा में दो ओएमआर भरना पड़ा. इस कारण समय भी अधिक लगा.
दो ओएमआर शीट भरने में गलती की संभावना थी. इन सब परेशानियों का सामना करना पड़ा. परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें नये नियम की जानकारी नहीं थी. परीक्षा कक्ष में जाने के बाद उन्हें जानकारी मिली. ऐसे में ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को यथासंभव हल किया. कुछ परीक्षार्थियों की मानें, तो दो-चार प्रश्न छूटे भी. दूसरी ओर परीक्षा केंद्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसी परीक्षार्थी द्वारा नये नियम को लेकर किसी तरह की परेशानी संबंधी शिकायत नहीं की गयी. सबकुछ शांतिपूर्ण रहा.
– चौथे दिन हुई पहली अफवाह मुक्त परीक्षा
पटना. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा का चौथा दिन प्रश्नपत्र या उत्तर वायरल होने की अफवाह व चर्चा से मुक्त रहा. पिछले 6 फरवरी से अब तक परीक्षा का यह ऐसा पहला दिन रहा. इससे परीक्षार्थियों के अलावा बोर्ड व प्रशासनिक पदाधिकारियों में भी राहत रही. बता दें कि परीक्षा के तीसरे दिन गुरुवार को सुबह से ही प्रश्नपत्र वायरल होने की अफवाह उड़ती रही. इसके बाद बोर्ड व शिक्षा विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर तथाकथित प्रश्नपत्र अथवा उत्तर सामग्री वायरल करनेवालों के साथ सख्ती से निबटने का निर्देश देते हुए आईटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया. शुक्रवार को इस का असर देखने को मिला. राजधानी समेत किसी भी जिले में प्रश्नपत्र अथवा उत्तर सामग्री वायरल होने की कोई सूचना नहीं मिली.
उल्लेखनीय है कि पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:45 व दूसरी पाली दोपहर 1:45 बजे आरंभ होती है. शुरू के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र को ध्यान से पढ़ने के लिए दिये जाते हैं. परीक्षार्थी पहली पाली में सुबह 10:00 व दूसरी पाली में दोपहर 2:00 बजे से उत्तर लिखना आरंभ करते हैं. इस तरह पहली व दूसरी दोनों पालियों में ऑब्जेक्टिव का ओएमआर शीट भरने के लिए उन्हें सवा घंटे का समय मिलता है.
चौथे दिन 113 निष्कासित, दो फर्जी परीक्षार्थियों पर प्राथमिकी दर्ज
बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा चौथे दिन शुक्रवार को राज्य के सभी 1384 केंद्रों पर शांतिपूर्ण रही. राज्य के विभिन्न जिलों में कदाचार के आरोप में पकड़े गये 113 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. औरंगाबाद व मधेपुरा जिला में सर्वाधिक 13-13 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये, जबकि 14 जिलों में यह संख्या शून्य रही. दूसरी ओर अररिया व मधेपुरा जिला में वास्तविक परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे एक-एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये.
उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. यह जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य के सभी केंद्रों पर पूरी सख्ती के बीच परीक्षा कदाचारमुक्त रही. दोनों पालियों में निर्धारित समय से परीक्षा का संचालन हुआ.
पहली पाली में इंटर आर्ट्स के परीक्षार्थियों की 50 अंक की नॉन राष्ट्रभाषा हिंदी व मातृभाषा में तीन विषय वैकल्पिक अंग्रेजी मैथिली व उर्दू की परीक्षा हुई, जबकि दूसरी पाली में आईकॉम के परीक्षार्थियों की एकाउंटेंसी व वोकेशनल कोर्स के परीक्षार्थियों की वोकेशनल ट्रेड-1 की परीक्षा हुई.
पहली पाली
(सुबह 9:45 से दोपहर 1:00 बजे)
– आईएससी (साइंस) : केमिस्ट्री
दूसरी पाली
(दोपहर 1:45 से शाम 5:00 बजे)
– आईए (आर्ट्स) : पॉलिटिकल साइंस
– वोकेशनल कोर्स : वोकेशनल ट्रेड-2
– केंद्रों का औचक निरीक्षण
तीसरे दिन बिहार बोर्ड के अध्यक्ष सह प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इनमें अरविंद महिला कॉलेज, मिलर हाई स्कूल, कॉलेज ऑफ कॉमर्स समेत अन्य परीक्षा केंद्र शामिल हैं. निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्रीधीक्षक व पदाधिकारियों से परीक्षा संचालन संबंधी जानकारी ली. वहीं परीक्षार्थियों से बोर्ड द्वारा जारी मॉडल प्रश्नपत्र के आधार पर की गयी तैयारी आदि की भी जानकारी ली. परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों की तलाशी भी ली. परीक्षा संचालन से वह संतुष्ट नजर आये. उन्होंने विजिटर्स रजिस्टर में अपना मंतव्य भी दर्ज किया.