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Friday, March 29, 2024

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देश में पहली बार शुरू हुआ शहरों में रहने की सुविधाओं का सूचकांक, बिहार के चार शहर प्रतिस्पर्धा में शामिल

नयी दिल्ली/पटना : शहरों में रहन-सहन की सुविधाएं उन्नत करने की प्रतिस्पर्धा को शुरू करते हुए सरकार ने पहली बार लिवेबिलिटी इंडेक्स बनाने की पहल की है. इसके तहत शहरों में रहने की सुविधाओं का सूचकांक बनाया जायेगा. आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को सूचकांक जारी करने की प्रक्रिया […]

नयी दिल्ली/पटना : शहरों में रहन-सहन की सुविधाएं उन्नत करने की प्रतिस्पर्धा को शुरू करते हुए सरकार ने पहली बार लिवेबिलिटी इंडेक्स बनाने की पहल की है. इसके तहत शहरों में रहने की सुविधाओं का सूचकांक बनाया जायेगा. आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को सूचकांक जारी करने की प्रक्रिया का आगाज करते हुए बताया कि इस पहल के पहले चरण में देश के 116 शहरों को शामिल किया है.

उन्होंने बताया कि इसके तहत शहरों में रहन-सहन को सुगम बनाते हुए जीवन स्तर में सुधार लानेवाले मानक तय किये गये हैं. मानकों का बेहतर तरीके से पालन सुनिश्चित करनेवाले शहरों को सूचकांक में श्रेष्ठता के क्रम में स्थान दिया जायेगा. इन शहरों का पहला सूचकांक इस साल जून में जारी किया जायेगा. पुरी ने बताया कि सूचकांक में शामिल 116 शहरों में वे 100 शहर भी प्रतिभागी हैं जो स्मार्ट सिटी परियोजना के भी हिस्सा हिस्सा हैं. सूचकांक के हिस्सा बने शहरों में सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के 14, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के 12-12 शहर, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के सात-सात, गुजरात के छह और बिहार के चार शहरों को शामिल किया गया है. साथ ही दिल्ली के तीनों नगर निगम और नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद भी सूचकांक में प्रतिभागी हैं.

सूचकांक में शहरों के चयन का प्राथमिक मानक 10 लाख से अधिक आबादी होना है. सूचकांक में प्रतिभागी शहरों को बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और चिकित्सा सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के अलावा ई-सुविधाओं, सार्वजनिक परिवहन एवं यातायात सहूलियतों की अबाध एवं सहज उपलब्धता को मानक बनाया गया है. साथ ही पर्यावरण एवं ऊर्जा संरक्षण के उपायों को लागू करना भी अहम मानक है. सूचकांक की प्रतिस्पर्धा में शामिल किये गये शहरों में राज्यों की राजधानी के अलावा दस लाख से अधिक आबादीवाले प्रमुख शहर हिस्सा ले रहे हैं. इसके तहत 116 शहरों के 13.4 करोड़ लोगों को शामिल करते हुए बननेवाले सूचकांक में 79 मानकों को आधार बनाया गया है.

प्रतिस्पर्धा में शामिल किये गये शहरों में बिहार से भागलपुर, बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर, गुजरात के राजकोट और सूरत, कर्नाटक में हुबली और मंगलुरु, मध्य प्रदेश में सतना और सागर, महाराष्ट्र में नासिक और औरंगाबाद, राजस्थान में कोटा और जोधपुर, तथा उत्तर प्रदेश में रामपुर और झांसी सहित अन्य प्रमुख शहर शामिल हैं.

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