पटना. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने 21 जनवरी को जदयू के मानव श्रृंखला को औचित्यहीन बताया. उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला को लेकर लोगों में उत्साह नहीं है. ठंड से परेशान लोगों के लिए सरकार न अलाव व ना ही कंबल वितरण की व्यवस्था की. इस वजह से जनता में आक्रोश है. ऐसे में मानव श्रृंखला का कोई तात्पर्य नहीं है. अधिकारियों द्वारा शिक्षकों व बच्चों को दबाव देकर मानव श्रृंखला में शामिल में होने के लिए कहा जा रहा है. जिन मुद्दों को लेकर मानव श्रृंखला बनना है. उन कुरीतियों को दूर करने के लिए पहले से जागरूकता चली आ रही है. मूल समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का आयोजन हो रहा है.
उधर, बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ से संबद्ध टीइटी शिक्षक संघ (टीएसएस) ने मुख्यमंत्री व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र सौंप कर 21 जनवरी को आयोजित मानव शृंखला का बहिष्कार करने की घोषणा की है. पत्र में कहा गया है कि राज्य के 1.5 लाख टीइटी शिक्षक राज्य सरकार की नीतियों से त्रस्त हैं. इसलिए सामाजिक स्तर पर दहेज एवं बाल विवाह उन्मूलन अभियान का समर्थन करते रहेंगे, लेकिन मानव शृंखला का बहिष्कार करेंगे. पत्र में बीआरपी व सीआरसीसी की बहाली संबंधी अनुभव को पूर्व की तरह 3 वर्ष करते हुए कार्यकुशल टीइटी शिक्षकों को अवसर प्रदान करने, छह माह से लंबित वेतन का अविलंब भुगतान करने समेत अन्य मांग की गयी है.
पत्र सौंपनेवालों में संघ के प्रदेश सचिव रंजन कुमार व कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार शामिल थे. दूसरी ओर भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध टीइटी शिक्षक संघ (टीएसएस) ने भी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव से मिला व पत्र सौंप कर मानव शृंखला का बहिष्कार किये जाने की जानकारी दी. साथ ही समान काम के लिए समान वेतन समेत अन्य मांगों से अवगत कराते हुए जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की. संघ के प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश सचिव डॉ धनंजय कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, पटना जिलाध्यक्ष कमल रंजन, सचिव दिलीप कुमार व अन्य शामिल थे.
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