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बिहार : गिनीज और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होगी मानव शृंखला
तैयारी. सरकार ने ई-मेल से कवरेज का दिया आमंत्रण पटना : बिहार में 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होगी. बाल विवाह और दहेज प्रथा मिटाने के लिए बनने वाली राज्यव्यापी मानव शृंखला को गिनीज व लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड […]
तैयारी. सरकार ने ई-मेल से कवरेज का दिया आमंत्रण
पटना : बिहार में 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होगी. बाल विवाह और दहेज प्रथा मिटाने के लिए बनने वाली राज्यव्यापी मानव शृंखला को गिनीज व लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने के लिए राज्य सरकार ने इसके कवरेज का आग्रह किया है.
इसके लिए गिनीज व लिम्का बुक को ई-मेल के जरिये इसकी सूचना और आमंत्रण दिया गया है. 21 जनवरी, 2017 को शराबबंदी के पक्ष में बनी ऐतिहासिक मानव शृंखला को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है और 2018 के रिकॉर्ड बुक में ये भी आ जायेगा. लिम्का बुक की टीम ने राजधानी समेत कई जिलों व सेटेलाइट के जरिये मानव शृंखला में शामिल लोगों का आकलन किया था और अपनी रिपोर्ट दी थी.
शराबबंदी के पक्ष में बनी मानव शृंखला राज्य भर के 12,760 किलोमीटर मेन रूट व सब रूट में बनी थी. इसमें 3.11 लाख लोग जहां एक कतार में एक दूसरे का हाथ थामे खड़े थे. वहीं, इस साल बाल विवाह और दहेज मिटाने के लिए बनने वाली राज्यव्यापी मानव
शृंखला 13,647 किलोमीटर में बनेगी और करीब 4.50 करोड़ लोग इसमें शामिल होंगे. आधा घंटा के लिए बनने वाली मानव शृंखला पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनेगी. ड्रोन से फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जायेगी. वहीं, इसको लेकर जन शिक्षा निदेशालय ने वाट्स एप ग्रुप भी बनाया है.
– बच्चों को शामिल करने के खिलाफ रिट याचिका, आज होगी सुनवाई: पटना उच्च न्यायालय में दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ मानव शृंखला बनाने के आदेश को चुनौती देने वाली लोकहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी. याचिका सामाजिक कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने दायर की है. मानव शृंखला में बच्चों को शामिल करने के आदेश को अनुचित बताया गया है.
बाल विवाह नहीं करने, दहेज नहीं लेने की करेंगे अपील
पटना : बाल विवाह और दहेज मिटाने के लिए 21 जनवरी को बनने वाली राज्यव्यापी मानव शृंखला की कड़ी में सरकारी स्कूलों के बच्चे अपने अभिभावकों को पत्र लिखेंगे. पत्र के जरिये प्राथमिक से लेकर मिडिल, हाई और प्लस टू स्कूलों के छात्र-छात्राएं अभिभवाकों से बाल विवाह नहीं करने और दहेज नहीं लेने की अपील करेंगे. सोमवार से सरकारी स्कूलों में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है.बच्चे शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराये गये पत्र के फॉर्मेट के अनुसार अपने माता-पिता को पत्र लिखेंगे.
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