14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दूरबीन तकनीक से लिगामेंट प्रत्यारोपण, दौड़ेंगे मरीज

पटना : अब दूरबीन विधि से लिगामेंट और कार्टिलेज की रिपेयरिंग आसान हो गयी है. इससे चोट लगने के बाद भी मरीज पहले की तरह ही चल या दौड़ सकेंगे. यह कहना है आईजीआईएमएस के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ रीतेश रुनू का. रविवार को आईजीआईएमएस के ऑडिटोरियम सभागार में दूरबीन तकनीक से लिगामेंट का प्रत्यारोपण […]

पटना : अब दूरबीन विधि से लिगामेंट और कार्टिलेज की रिपेयरिंग आसान हो गयी है. इससे चोट लगने के बाद भी मरीज पहले की तरह ही चल या दौड़ सकेंगे. यह कहना है आईजीआईएमएस के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ रीतेश रुनू का. रविवार को आईजीआईएमएस के ऑडिटोरियम सभागार में दूरबीन तकनीक से लिगामेंट का प्रत्यारोपण तकनीक पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन
आईजीआईएमएस के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास, दिल्ली एम्स से आये डॉ एचएल नाग और पीएमसीएच हड्डी रोग विभाग के डॉ राजीव आनंद ने किया. वहीं सभा को संबोधित करते पीएमसीएच के डॉ राजीव आनंद ने कहा कि अब घुटने का लिगामेंट का प्रत्यारोपण बिहार में संभव हो गया है. बहुत तेजी से सारी जगहों पर काम हो रहा है. डॉ राजीव ने कहा कि बच्चों के घुटने के लिगामेंट अगर टूट जायें तो उसका भी उपचार दूरबीन तकनीक से संभव है.
डॉ राजीव ने बताया कि दो मरीजों का ऑपरेशन दूरबीन तकनीक से किया गया, इसमें घुटने के लिगामेंट को बदला गया. उन्होंने कहा कि अब मरीज इस ऑपरेशन के बाद मरीज तीसरे दिन से ही चलना शुरू कर देंगे.
सर्जरी के बताये फायदे
आईजीआईएमएस के डॉ रितेश रुनू ने कहा कि दिल्ली एम्स के डॉ एचएल नाग व कोलकाता के डॉ कंचन भट्टार्चाया ने दो मरीजों का दूरबीन तकनीक लिगामेंट की सर्जरी किया.
जिसका लाइव सर्जरी दिखाया गया. इसमें एक 15 साल का लड़का व एक 40साल उम्र के मरीज थे. डॉ एचएल नाग ने कहा कि इन दोनों मरीजों को घुटना में दर्द होता था, चलने में परेशानी रहती थी. एमआरआई जांच के बाद घुटने में परेशानी थी. घुटना में छोटा छेद किया गया उसके बाद दूरबीन अंदर डाल कर देखा गया और घुटने के पास मौजूद दूसरे टेंडर से लिगामेंट बनाकर उसका प्रत्यारोपण किया गया. इस मौके पर आईजीआईएमएस हड्डी विभाग के एचओडी डॉ संतोष कुमार व डॉ मनीष कुमार मौजूद थे.
पटना. मोटापा को नियंत्रित नहीं किया गया तो फैटी लीवर, जोड़ों का दर्द, मधुमेह, ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. पेट रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार ने मोटापा व बीमारियों को दूर करने पर चर्चा के लिए तारामंडल में आयोजित ओबीकॉन 2017 में यह बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि मोटापा कम करने के लिए कई आधुनिक इलाज आ गये हैं जिससे बीमारी व मोटापे पर नियंत्रण पा सकते हैं. कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने किया. मंगल पांडे ने कहा कि समाज के सभी वर्गाें को अपने सेहत पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि विकास करने के लिए लोगों को स्वस्थ होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि मार्च से पहले सभी सरकारी अस्पतालों में सभी तरह की दवाएं मरीजों को नि:शुल्क मिलना शुरू हो जायेंगी.
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ रमीत गुंजन ने कहा कि बच्चों में भी मोटापा तेजी से बढ़ रहा है. यह चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि की बार जोड़ों में दर्द बढ़ने से लोग बेड रेस्ट करते हैं. इस दौरान मोटापा बढ़ने की आशंंका होती है. इतना ही नहीं मोटापा के कारण भी जोड़ों का दर्द बढ़ता जाता है. डॉ गुंजन ने एक्यूट पैंक्रियेटाइटिस के बारे में जानकारी दी. डॉ रमीत ने कहा कि इस बीमारी के चलते पेट के अंदर गोला बन जाता है. इसे इंडोस्कोपी के माध्यम से पाइप लगाकर ठीक किया जा सकता है. इस मौके पर हड्डी रोग डॉ अमुल्या सिंह सहित कई डॉक्टर मौजूद थे.
पटना. अगर अत्यंत जरूरी नहीं है तो आम लोगों को एक्स-रे कराने से बचना चाहिए. इससे रेडिएशन का काफी खतरा होता है. इससे अलावा मोबाइल रेडिएशन व माइनिंग व अन्य संसाधनों से लोगों को रेडिएशन संबंधी बीमारी हो रही है. ये बातें रविवार को क्रांती मार्ग में स्थिति इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियर के बिहार सेंटर हाल में आयोजित संगोष्ठी में मगध विवि की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर नूपुर बोस ने कहीं. कार्यक्रम का आयोजन न्यूक्लियर प्रदूषण, कारण, प्रभाव व रोकथाम विषय पर किया गया था. मौके पर उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर पावर का उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पहल हो रही है.
देश में कई प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है. मगर इसके पावर प्रोजेक्ट लगाने में न्यूक्लियर कचरा निष्पादन बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर कचरा का प्रभाव 40 वर्षों तक रहता है. इसके लिए इसमें सुरक्षा की बहुत जरूरत होगी. इनके वेस्ट के आम लोगों के साथ पर्यावरण को बचाने की जरूरत है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें