बीडीओ ने डीएम के आदेश के आलोक में उन पंचायत प्रतिनिधियों से शौचालय निर्माण के लिए आवेदन देने का आग्रह किया, जिनके घरों में शौचालय नहीं था.
उन्होने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि शौचालय निर्माण करा लेने का दावा करनेवाले सभी दावेदार पंचायत प्रतिनिधियों ने दूसरे के घरों में निर्मित शौचालय के साथ अपनी फोटो खींचवा आवेदन के साथ संलग्न कर दिया है. उन्होंने बताया कि यह मूल रूप से फर्जीवाड़ा का मामला है और उन सभी दावेदारों से बुधवार को 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि अधिकांश दावेदारों के घर अब तक शौचालय विहीन हैं.