पटना : वोटर लिस्ट में नाम या मोबाइल नंबर जुड़वाने के लिए वोटरों को बूथ या ऑफिस तक जाने की जरूरत नहीं है. इसके लिए बीएलओ, बीएलए वोटरों के घर-घर जाकर आवेदन लेंगे. इसके बाद 15 जनवरी से सभी को नया वोटर कार्ड मिलेगा. इसके अलावा उन वाेटरों का नाम लिस्ट से हटाया जायेगा, जो मृत हो चुके हैं या घर से बाहर रहते हैं.
वोटरों का सत्यापन करने के लिए बीएलओ व बीएलए घरों में जाकर पहले लिस्ट के मुताबिक व्यक्ति की जांच करेंगे. इसके लिए पहले ब्लॉक स्तर पर कर्मियों को लगाया गया है. बीएलओ अपने क्षेत्र में सूची का सत्यापन कर रहे हैं. अधिकांश ब्लॉक में मोबाइल नंबर जोड़ने को लेकर आवेदन मिले हैं.
दलित टोलों में नहीं छूटे एक भी वोटर
प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने बताया कि वोटर लिस्ट के काम को सही ढंग से पूरा करने के लिए राजनैतिक पार्टियों से भी मदद ली जा रही है. बीएलओ व बीएलए को निर्देश दिया गया है कि महादलित टोला, कमजोर वर्ग वाले टोलों में एक भी वोटर छूट नहीं पाये. इन टोलों के वोटरों का नाम छूटने की संभावना अधिक रहती है. ऐसे में उन टोलों के वोटर लिस्ट को कम से कम दो बार चेक किया जाये.
कोताही पर निलंबन : प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि यदि बीएलओ पर किसी व्यक्ति के यहां कार्यालय का काम करने या घर-घर जाकर लिस्ट का कार्य नहीं करने की शिकायत मिली तो जांच के बाद उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई होगी.